Amroha News: दीपक हत्याकांड में चौंकाने वाला पर्दाफाश... पिता ने 2.70 लाख रुपये में तय की बेटे की हत्या
पुलिस ने दीपक हत्याकांड का खुलासा किया जिसमें पता चला कि उसके पिता सतेंद्र ने ही 2.70 लाख रुपये में बेटे की हत्या की सुपारी दी थी। दीपक का एक विवाहिता से प्रेम प्रसंग था जिसके कारण पिता ने यह कदम उठाया। पुलिस ने सतेंद्र और तीन सुपारी किलर को गिरफ्तार कर लिया है और हत्या में इस्तेमाल हथियार बरामद किए हैं। चारों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।

जागरण संवाददाता, अमरोहा। गालिबबाड़ा के दीपक की हत्या का राजफाश कर दिया गया है। घटनाक्रम चौंकाने वाला है। उसके पिता ने ही 2.70 लाख रुपये में बेटे की जान का सौदा तय किया था। पिता ने सुपारी किलर से बेटे की हत्या करा दी। इतना ही नहीं खुद ने ही प्राथमिकी भी दर्ज कराई तथा पुलिस को गुमराह भी करता रहा। परंतु मृतक के मोबाइल की कॉल डिटेल से एक के बाद एक कड़ी जुड़ती गई तथा पुलिस असली हत्यारों तक पहुंच गई।
चारों को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त फावड़ा और तमंचा भी बरामद कर लिया। हत्या का कारण मृतक दीपक का एक विवाहिता से प्रेम प्रसंग सामने आया है। चारों आरोपितों को जेल भेज दिया गया है।
सोमवार को रजबपुर थाना क्षेत्र के गांव शहबाजपुर कलां के जंगल में युवक का शव मिला था। गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई थी। साथ ही चेहरा बिगाड़ने के लिए जख्म कर दिए थे। अगले दिन मृतक की शिनाख्त नौगावां सादात थाना क्षेत्र के गांव गालिबाड़ा निवासी दीपक के रूप में हुई थी।
पिता की सुपारी पर भाड़े के हत्यारों ने की थी दीपक की हत्या
मृतक केवल अंडरवियर पहने हुए था और उसकी बाइक व मोबाइल गायब था। पिता सतेंद्र सिंह ने अज्ञात के विरुद्ध हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। अब शनिवार को इस मामले में चौंकाने वाला राजफाश हुआ है। पिता सतेंद्र ने ही सुपारी देकर बेटे दीपक की हत्या कराई थी। शनिवार दोपहर एसपी अमित कुमार आनंद, एएसपी अखिलेश भदौरिया व सीओ शक्ति सिंह ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस कर घटना का राजफाश किया। एसपी ने बताया कि इस मामले में मृतक के पिता सतेंद्र, मंडी धनौरा के गांव हलपुरा निवासी उमर व जरीफ तथा गांव मूंढ़ाखेड़ा निवासी रहीस को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने चारों आरोपित गिरफ्तार कर जेल भेजे
पूछताछ के दौरान सतेंद्र ने बताया कि उसके बेटे दीपक के संबंध पास के गांव निवासी एक महिला से थे। दो साल पहले भी वह उसे घर ले आया था। उसके पति ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी। परंतु बाद में समझौता होने पर मुकदमा खत्म हो गया था। अब भी दीपक उस महिला के संपर्क में था। उसे व दो बच्चों को घर लाने की योजना बना रहा था। जिसे लेकर विवाद होता था। सतेंद्र ने बताया कि वह महिला को लेकर मेरी हत्या भी करा सकता था। साथ ही समाज में बदनामी हो रही थी। इस लिए उसने बेटे की हत्या कराने की योजना बनाई थी।
भाड़े के हत्यारों से किया सौदा
एसपी ने बताया कि सतेंद्र की जान-पहचान उमर से थी। दोनों के बीच हत्या की बात तय हुई तो उमर ने अपने साथी रहीस व जरीफ से हत्या कराने के लिए तीन लाख रुपये की मांग की थी। उनके बीच 2.70 लाख में सौदा तय हो गया था। सतेंद्र तीनों आरोपितों को 1.15 लाख रुपये दे भी चुका था। शेष पैसे हत्या के बाद देना तय हुआ था। योजना के मुताबिक 22 जून की शाम को सतेंद्र ने ही बेटे दीपक को पाइप देखने के लिए उमर के घर भेजा था। वहां उमर, रहीस व जरीफ पहले से मौजूद थे। तीनों ने दीपक को शराब पिलाई तथा बाइक पर बैठा कर ले गए थे। शहबाजपुर के जंगल में पहले फावड़े से उस पर हमला किया तथा बाद में गोली मार दी थी।
एसपी ने बताया कि हत्या में प्रयुक्त फावड़ा व तमंचा तथा मृतक की बाइक भी बरामद कर ली है। चारों आरोपितों को जेल भेज दिया है।

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