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मतदाताओं में सेंधमारी के लिए ढूंढा रिश्तेदारी का फार्मूला

अमरोहा उपचुनाव में अपनी-अपनी किस्मत आजमा रहे प्रत्याशियों ने समर्थन का नया फार्मूला निकाला है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 26 Oct 2020 07:00 PM (IST)Updated: Mon, 26 Oct 2020 07:00 PM (IST)
मतदाताओं में सेंधमारी के लिए ढूंढा रिश्तेदारी का फार्मूला
मतदाताओं में सेंधमारी के लिए ढूंढा रिश्तेदारी का फार्मूला

अमरोहा : नौगावां सादात विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में अपनी-अपनी किस्मत आजमा रहे प्रत्याशियों ने मतदाताओं को अपने पक्ष में करने का नया फार्मूला ढूंढा है। इसके तहत वह वोटरों में सेंधमारी कर रहे हैं। यह फार्मूला है रिश्तेदारी का। सभी दलों के उम्मीदवारों ने कार्यकर्ताओं को यह जिम्मेदारी सौंपी है। रिश्तेदारों को साथ लेकर ही कार्यकर्ता गांवों का रुख कर रहे हैं। जीत के लिए भिड़ाई गई यह तरकीब मतदाताओं के मन को कुरेद तो रही है लेकिन, तसल्ली नहीं दे पा रही है। प्रयासों के बावजूद मतदाता अपना रुझान बताने के लिए तैयार नहीं है। मतदाता रिश्तेदारों को घर में बैठा रहे हैं लेकिन, उनके साथ प्रचार के लिए आ रही भीड़ को देखकर घबरा रहे हैं।

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तीन नवंबर की सुबह उपचुनाव के लिए मतदान होगा। ज्यों-ज्यों मतदान की तारीख नजदीक आ रही है त्यों त्यों प्रत्याशियों ने वोटरों को अपने पक्ष में करने के लिए एड़ी चोटी के जोर लगाने का कार्य शुरू कर दिया है। कैसे भी हो, बस हमारे पक्ष में वोटिग हो, इसी बात को ध्यान में रखकर प्रत्याशियों ने मतदाताओं तक पहुंचने के लिए रिश्तेदारी का सहारा लेना चालू कर दिया है। प्रत्येक दल के उम्मीदवार ने कार्यकर्ताओं के हवाले रिश्तेदारियों को चिह्नित करने की बागडोर सौंप दी है। जिस पर कार्यकर्ताओं ने अमल करना शुरू कर दिया है। हर कार्यकर्ता अपनी-अपनी बिरादरी की रिश्तेदारियों को तलाशने में जुट गया है। पता चलते ही उनको साथ लेकर रिश्तेदारियों में पहुंच रहा है और अपनी पार्टी की खूबियां बताकर मतदाताओं को रिझाने में लगा है।

इतना ही नहीं बातों ही बातों में रिश्तेदारों की नब्ज को भी टटोल रहा है कि उनका झुकाव किस दल के प्रत्याशी की ओर है। गांव के वोटरों का क्या मिजाज है। हालांकि, कोरोना के इस दौर में रिश्तेदार भी कार्यकर्ताओं के साथ आ रही भीड़ से बचने की कोशिश कर रहे हैं। मजबूरी में नातेदारी निभा तो रहे हैं लेकिन, कोरोना के संक्रमण को लेकर पूरे सतर्क भी हैं। नहीं खा रहे खाना, बस वोट डालने की अपील कर रहे

अमरोहा: अपने चहेते प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करने के लिए रिश्तेदार अपनी रिश्तेदारी में जा तो रहे हैं लेकिन, भोजन करने से परहेज कर रहे हैं। इसका कारण यह नहीं कि प्रशासन का उनको डर है बल्कि यह है कि रिश्तेदार साथ में घूम रहे अन्य साथियों को खाना खिलाएगा या नहीं। कुछ कहते हैं खाना खाकर जाइये तो तपाक से रिश्तेदार मना कर देते हैं नहीं, हम खाकर आए हैं।


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