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अटल जी ने दाल रोटी खाकर दिया था सादगी का परिचय

मंडी धनौरा: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई लोगों की यादें शहर से भी जुड़ी हुई है

By JagranEdited By: Published: Thu, 16 Aug 2018 11:36 PM (IST)Updated: Thu, 16 Aug 2018 11:36 PM (IST)
अटल जी ने दाल रोटी खाकर दिया था सादगी का परिचय
अटल जी ने दाल रोटी खाकर दिया था सादगी का परिचय

मंडी धनौरा: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई लोगों की यादें शहर से भी जुड़ी हुई हैं। यहां उनकी सादगी की झलक केबिनेट मंत्री चेतन चौहान के सन 1991 में लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान देखने को मिली। चुनावी सभा में कविताओं के माध्यम से जहां वोट मांगे वहीं होटलों के महंगे खाना छोड़ कर एक कार्यकर्ता के घर से मंगाया सादा खाना खाकर अपनी भूख शांत की।

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पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी जहां अपनी कविताओं के माध्यम से लोगों को अपनी बात सरल एवं सहज भाव में बताते हैं। वहीं उनका सादगी एवं सहजता उन्हें महान बनाती है। उनकी यह झलक धनौरा के लोगों को उस वक्त देखने को मिली। जब वह वर्ष 1991 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान तत्कालीन भाजपा प्रत्याशी चेतन चौहान जो वर्तमान में प्रदेश सरकार में केबिनेट मंत्री हैं, उनके चुनाव प्रचार मे आए थे। इस दौरान उन्होंने एक चुनावी जनसभा को 28 मई 1991 में नगर के रामलीला मैदान में सम्बोधित किया तथा अपनी बात कविताओं के माध्यम से सहज एवं सरल तरीके से लोगों तक पहुंचाई। बताते हैं कि इस दौरान उनके ओजस्वी विचार सुनने के लिए भारी संख्या में पहुंचे थे। यहां के पश्चात उन्होंने दो घंटे के लिए गजरौला के एक गेस्ट हाउस में प्रवास किया था। इस दौरान होटलों का महंगा खाना उनके समक्ष परोसा गया। लेकिन उन्होंने इस भोजन को खाने से इंकार कर दिया। साथ ही नगर निवासी विजय कुमार अग्रवाल के घर से बनी उड़द की धुली दाल, मिक्स सब्जी, चावल एवं चपाती खाकर अपनी सादगी एवं सहजता का परिचय दिया। आज भी कार्यकर्ता अटल जी की सादगी की चर्चा करते हुए दिखाई देते हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी लोगों के लिए पथ प्रदर्शक थे। उन्होंने मंहगे होटलों का खाना छोड़ कर मेरे घर में बनी दाल, रोटी मंगा कर खाई थी। ऐसे नेता कार्यकर्ताओं का आत्म बल बढ़ाने के साथ-साथ उनके पथ प्रदर्शक भी होते हैं। उनकी सादगी एवं सरलता के लोग आज भी कायल हैं।

विजय कुमार अग्रवाल, मंडी धनौरा,

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी राजनीति के सिर मोर थे। उन्होंने राजस्थान के पोखरन में परमाणु परीक्षण कर विश्व को भारत की ताकत का अहसास कराया। आज हमने राजनीति के एक महानतम व्यक्तित्व को खो दिया है तथा उनकी क्षतिपूर्ति अपूर्णनीय है। पूरा राष्ट्र आज इस महानतम व्यक्तित्व के शोक में डूबा हुआ है।

राजीव तरारा, विधायक, मंडी धनौरा, विधानसभा क्षेत्र

अटल बिहारी वाजपेयी की मौत से भाजपा के साथ ही देश की अपूर्णीय छति हुई है। ऐसे महान नेता धरती पर कम ही जन्म लेते हैं।

महेंद्र ¨सह खडगवंशी विधायक हसनपुर।


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