Move to Jagran APP

Amroha Ki Ramlila : युद्ध में कुंभकरण और मेघनाद का वध होते ही लंका में मचा हाहाकार

Amroha Ki Ramlila श्री धार्मिक रामलीला कमेटी अमरोहा के तत्वावधान में आयोजित आदर्श रामलीला में कुंभकरण व मेघनाथ वध सुलोचना सती का सजीव मंचन गया। जिसमें कुंभकरण और मेघनाथ के युद्ध में मरते ही लंका में शोक छा जाता है।

By Kunwar Pal SinghEdited By: Samanvay PandeyPublished: Wed, 05 Oct 2022 03:52 PM (IST)Updated: Wed, 05 Oct 2022 03:52 PM (IST)
Amroha Ki Ramlila : युद्ध में कुंभकरण और मेघनाद का वध होते ही लंका में मचा हाहाकार
Amroha Ki Ramlila : जेएस हिन्दू इंटर कालेज के मैदान में हुआ कुंभकरण, मेघनाथ वध का मंचन

जागरण संवाददाता, अमरोहा। Amroha Ki Ramlila : श्री धार्मिक रामलीला कमेटी अमरोहा के तत्वावधान में आयोजित आदर्श रामलीला में कुंभकरण व मेघनाद वध, सुलोचना सती का सजीव मंचन गया। जिसमें कुंभकरण और मेघनाथ के युद्ध में मरते ही लंका में शोक छा जाता है।

loksabha election banner

कुंभकरण को गहरी नींद से जगाया

जेएस हिन्दू इंटर कालेज के मैदान में मंगलवार की देर रात आयोजित रामलीला में रावण गहरी नींद में सोये अपने भाई कुंभकरण को जगाते हैं और वह श्री राम-लक्षमण से युद्ध करने के लिए कहते हैं। जिसमें कुंभकरण ने रावण को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माना। युद्ध भूमि में भगवान श्री राम के हाथों कुंभकरण का वध हो जाता है।

रावण ने अपने मित्र अहिरावण को बुलाया

इसके बाद मेघनाद युद्ध के लिए आते हैं। वह भी लक्ष्मण के हाथ मारे जाते हैं। दोनों योद्धा के मारे जाने पर लंका में शोक छा जाता है। सुलोचना अपने पति मेघनाद का शीश मांगने राम दल में पहुंचती है। श्री भगवान राम उसके पति का शीश लौटा देते हैं। जिसमें सलोचन सती हो जाती है। रावण ने अपने मित्र अहिरावण को बुलाया।

हनुमान ने अहिरावण का किया वध

अहिरावण श्री राम-लक्षमण को चुराकर पताल लोक ले जाता है। जिसमें वीर हनुमान अहिरावण का वध कर श्री राम और लक्षमण को मुक्त कराते हैं। रामलीला में मुख्य रूप से कमेटी के अध्यक्ष विशाल गोयल, महामंत्री शार्दुल अग्रवाल, कोषाध्यक्ष कुंवर विनीत अग्रवाल, संरक्षक रमेश कालू, अजय अग्रवाल, संजीव सैनी, प्रेम नारायण रघुवंशी आदि मौजूद रहे।

रावण ने मामा मारीच की सहायता से सीता का किया हरण

पतेई खालसा आदर्श रामलीला महोत्सव में सुग्रीव मित्रता व बाली वध तथा डिडौली में भरत मिलाप, सीता हरण, इकोंदा में लक्ष्मण शक्ति, कुंभकरण बध, और जोया में सीता रावण संवाद व लंका दहन का सजीव मंचन किया गया। डिडौली में आयोजित रामलीला मंचन में लंकापति रावण अपने मामा मारीच की सहायता से सीता का हरण कर लेता है।

राम, सीता के वियोग मे पेड़ पौधों व वनों में जीवों से सीता का पता पूछते हैं। जटायु, राम को घायल अवस्था में मिलता है। बताते हैं रावण माता सीता का हरण करके लंका ले गया है। इस दौरान डिडौली कमेटी अध्यक्ष राकेश कुमार, पंडित बिशंभर दयाल, बब्लू शर्मा, शौराम सिंह आदि मौजूद रहे।

पतेई खालसा में कमेटी अध्यक्ष बिजेन्द्र सिंह चौहान,डॉ एन एस भारती, शिबेन्द्र प्रताप सिंह, मलखान सिंह, योगेन्द्र गुप्ता आदि तथा जोया रामलीला में कमेटी अध्यक्ष मयंक कुमार ऊर्फ मोनू, सरदार सुरेन्द्र सिंह, चन्द्रभान तोमर आदि मौजूद रहे। जबकि इकोंदा रामलीला में कमेटी अध्यक्ष गजेंद्र सिंह, शशांक गुप्ता, ग्राम प्रधान मुन्नू सिंह, विनीत विश्वकर्मा, गंगा राम सैनी, सत्यपाल सिंह, आदि मौजूद रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.