अल्लाह को गुरुर पसंद नहीं: मुफ्ती तौहीद
शुक्रवार रात मुहल्ला जाफरी में हुआ जलसा मुस्लिम कमेटी के तत्वावधान में हुआ संपन्न जागरण संवाददात
शुक्रवार रात मुहल्ला जाफरी में हुआ जलसा
मुस्लिम कमेटी के तत्वावधान में हुआ संपन्न
जागरण संवाददाता, अमरोहा: दारूल उलूम मोहम्मदिया हनफिया शाही चबूतरा के आलिमेदीन मुफ्ती तौहीद रजा ने कहा कि अल्लाह को गुरूर पसंद नहीं है। नबी-ए-करीम का इरशाद है कि जिस शख्स में राई के दाने के बराबर भी गुरूर होगा, जन्नत में नहीं जाएगा। उन्होंने लोगों से रसूले पाक की सुन्नतों पर अमल करने की ताकीद की
मुस्लिम कमेटी के जेरे एहतमाम शुक्रवार रात नगर के मुहल्ला जाफरी में ईद मिलादुन्नबी की 17 दिवसीय तकरीबात का सातवां जलसा-ए-सीरते पाक आयोजित किया गया। इसका आगाज हाफिज शमीम अमरोहवी ने तिलावते कलामे पाक से किया। जुबैर इब्ने सैफी, नबी हुसैन, असलम बकाई व मोहम्मद साहिल ने नाते नबी का नजराना पेश किया। मुफ्ती तौहीद रजा ने आगे कहा कि हुकूक अल्लाह के साथ हुकूक उल ईबाद की अदायगी भी बेहद जरूरी है। इनमें पड़ोसियों के हुकूक भी शामिल हैं। किसी की बुराई मत करो, बीमार की अयादत करो, दौलत, हुस्न और अकलमन्दी पर गुरूर न करो, किसी को हकीर मत समझो, रिश्तेदार और वालिदैन के हुकूक की अदायगी करो, ये ही रसूले खुदा से सच्ची मोहब्बत का तकाजा है। अल्लाह मगरूर को पसंद नहीं करता। दुनिया में मुसलमानों के सामने जो परेशानियां आ रही हैं, उसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि हम दीन का रास्ता छोड़कर गुमराही की ओर जा रहे हैं। जलसे की सदारत हाजी मुतीउन्नबी कुरैशी ने की जबकि निजामत की जिम्मेदारी हाजी खुर्शीद अनवर ने निभाई। इस दौरान मुस्लिम कमेटी के सदर हाजी अब्दुल कयूम राईनी, मरगूब सिद्ीकी, फैजान अहमद उर्फ आलम, मंसूर अहमद, अरमान अहमद, हबीब अहमद सिद्दीकी, यासिर अंसारी, फहीम अहमद गुडडू, मोहम्मद खादिम, आमिर लईक, कमर नकवी मौजूद रहे।