80 बैंक कर्मचारियों की हड़ताल से दस करोड़ का लेनदेन प्रभावित
जेएनएन अमरोहा जनपद में निजीकरण के विरोध में 80 बैंकों के कर्मचारियों ने दो दिन की हड़
जेएनएन, अमरोहा: जनपद में निजीकरण के विरोध में 80 बैंकों के कर्मचारियों ने दो दिन की हड़ताल रखी है। सुबह से ही कर्मचारियों ने बैंकों पर ताले लटका दिए और उनके बाहर बंदी के नोटिस भी चस्पा कर दिया। पहले दिन करीब दस करोड़ रुपये का लेनदेन प्रभावित हुआ है। हड़ताल की वजह से दिनभर ग्राहक भी परेशान रहे, लेकिन प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक रोज की तरह खुले। दिनभर कर्मी उनमें काम करते नजर आए।
यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन के आह्वान पर गुरुवार को निजीकरण के विरोध में सभी सरकारी बैंकों में हड़ताल रही। सुबह दस बजे कर्मचारी बैंक पर पहुंचे और विरोध जताया। इसके बाद बैंक पर ताला लटका दिया। स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, यूनियन बैंक, केनरा बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, सहकारी बैंक, सिडिकेट बैंक सभी जगह ताला मिला। बैंक में काम से पहुंचे उपभोक्ता ताला देखकर मायूस हो गए और अपने-अपने घरों को लौट गए। लीड बैंक मैनेजर उपेंद्र सिंह के मुताबिक निजीकरण का जिन बैंकों ने पहले दिन विरोध प्रकट किया है, उनमें प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक नहीं है। उसके कर्मचारियों द्वारा हड़ताल में हिस्सा नहीं लिया गया है। जनपद में प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक की सभी शाखाओं में रोज की भांति कर्मचारियों ने काम किया है। बैंकों की हड़ताल से तकरीबन दस करोड़ रुपये का लेनदेन ठप हुआ है। दिनभर बंद रहे एटीएम
निजीकरण के विरोध पर उतरे कर्मचारियों की वजह से जहां बैंकों पर ताले जड़ दिए गए, वहीं, एटीएम को भी नहीं खोला गया। पूरे दिन उन पर भी ताला लटका मिला। ग्राहक धनराशि निकालने के लिए इधर-उधर एटीएम की दौड़ लगाते नजर आए। आनलाइन का लिया सहारा
बैंक कर्मचारियों की दो दिन हड़ताल है। जिस पर ग्राहकों ने पहले दिन आनलाइन सेवाओं का सहारा लिया। दूसरे दिन भी ऐसी ही स्थिति उनके सामने बनी रहेगी। इस संबंध में उपभोक्ता राकेश कुमार ने बताया कि एटीएम व बैंक बंद हैं। इसलिए गाड़ी में पेट्रोल डलवाने और जूते खरीदने का आनलाइन पेमेंट किया है।