सुहागिनों ने पूजरा वट वृक्ष, मांगी पति की दीर्घ आयु
अमेठी सिंहपुर में शुक्रवार को महिलाओं ने पति की लम्बी आयु के लिए वट सावित्री व्रत रहकर पू
अमेठी: सिंहपुर में शुक्रवार को महिलाओं ने पति की लम्बी आयु के लिए वट सावित्री व्रत रहकर पूजन किया। सुहागिनों ने वट वृक्ष की पूजा अर्चना कर सौभाग्यवती होने की कामना की। सभी ने साथ मिलकर वट वृक्ष को सूत बाधते हुए परिक्रमा की। महिलाओं ने विधि विधान से पूजन करते हुए धूप, दीप नैवेद्य के बाद वृक्ष को फ ल, फू ल और जल अर्पित किया। ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या तिथि के दिन वट वृक्ष की पूजा का विधान है।
राम मिलन तिवारी के अनुसार शास्त्रों में कहा गया है कि इस दिन वट वृक्ष की पूजा से सौभाग्य, धन और सुख-शाति की प्राप्ति होती है। इस दिन सावित्री ने यमराज से अपने पति सत्यवान के प्राणों की रक्षा की थी। सावित्री और सत्यवान की कथा से वट वृक्ष का महत्व लोगों को पता चलता है। कहते हैं कि इसी वृक्ष ने सत्यवान को अपनी शाखाओं और शिराओं से घेरकर जंगली पशुओं से उनकी रक्षा की थी। इसी दिन से ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या के दिन वट की पूजा का विधान है। वट सावित्री के दिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए वट वृक्ष की पूजा करती हैं। व्रत के बाद सुहागिनें एक-दूसरे के माथे पर सिंदूर लगाती हैं। वट-सावित्री का व्रत सनातन धर्म में कई मायनों में खास महत्व रखता है। यह व्रत सौभाग्य, संतान और पति की लंबी आयु की कामना के लिए किया जाता है। महिलाएं सोलह श्रृंगार कर वट वृक्ष की परिक्रमा कर पति की लंबी आयु की प्रार्थना करती हैं।