जागरण संवाददाता, अमेठी : मारपीट व दुर्घटना में घायल लोगों की एक्सरे और सीटी स्कैन जैसी जांच की रिपोर्ट भेजने में स्वास्थ्य महकमा बड़ी लापरवाही कर रहा है। रिपोर्ट भेजने में कभी-कभी महीनों का समय लग जाता है। जिससे पुलिस को जांच प्रक्रिया आगे बढ़ाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। अपर पुलिस अधीक्षक ने सीएमओ को पत्र भेजकर जांच रिपोर्ट जल्द भेजवाने का अनुरोध किया है।
दुर्घटनाओं और मारपीट की घटनाओं में आए दिन लोग घायल होते रहते हैं। मामला पुलिस के पास जाता है तो घायल को मेडिकल परीक्षण के लिए सीएचसी या फिर जिला अस्पताल भेजा जाता है। जहां अगर किसी की हड्डी टूटने, फ्रैक्चर होने आदि की स्थिति होती है तो उसका एक्सरे या सीटी स्कैन भी करवाया जाता है। पुलिस पहले मारपीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लेती है। बाद में घायल व्यक्ति की मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर मुकदमें में जरूरी धाराएं बढ़ा दी जाती हैं। लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा मेडिकल रिपोर्ट भेजने में की जा रही लापरवाही के चलते जहां पुलिस की विवेचना आगे नहीं बढ़ पाती। वहीं पीड़ितों को न्याय मिलने में देरी हो जाती है।
एसपी और एएसपी के पास अक्सर ऐसी शिकायतें आती हैं कि हाथ पैर टूटने के बाद भी पुलिस ने आरोपित के विरुद्ध हल्की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है और कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। जबकि बिना मेडिकल रिपोर्ट मिले पुलिस धाराएं नहीं बढ़ा पाती। एएसपी हरेन्द्र कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा घायल की एक्सरे रिपोर्ट व सीटी स्कैन रिपोर्ट थाने भेजने में 15 दिन से लेकर महीनों लगा दिए जाते हैं। जिससे पुलिस की कार्रवाई में बाधा आती है। उन्होंने बताया कि सीएमओ को पत्र भेजकर रिपोर्ट शीघ्र भेजवाने का अनुरोध किया गया है।