घटिया निर्माण सामाग्री से निर्मित हुए इज्जतघर
मुसाफि रखाना (अमेठी): गावों को ओडीएफ बनाने का दावा फि लहाल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ कर रह गय
मुसाफि रखाना (अमेठी): गावों को ओडीएफ बनाने का दावा फि लहाल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ कर रह गया है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनाए गए इज्जत घर ग्रामीणों के लिए निष्प्रयोज्य साबित हो रहे है। ग्रामीण ठेकेदारी प्रथा से निर्मित इज्जत घर का शुरू से विरोध कर रहे हैं, लेकिन महकमे के जिम्मेदार इस दिशा में कार्रवाई से बच रहें हैं।
ग्रामीणों की मानें तो कई गावों में चल रहे इज्जतघर निर्माण कार्य में नहर की मिट्टीयुक्त बालू व पीली ईंटों का सहारा लिया जा रहा है। मामूली सीमेंट की मिलावट के साथ बन रहे इज्जतघर कब धाराशायी हो जाय यह कहना मुश्किल है। इज्जतघरों का सत्यापन कर रहीं बाल विकास परियोजनाधिकारी रीता सिंह ने बताया कि आधा दर्जन गावों में मानक को ताख पर रख इज्जतघर बनें हैं। पूरे परवानी, गुनैया, दादरा, पूरे प्रेमशाह, पूरे मोहम्मद नेवाज, रूदौली, पूरे पहलवान, बेसारा आदि ग्राम सभाओं में घटिया निर्माण सामाग्री से इज्जतघर का निर्माण कार्य किया गया है, जाच टीम की रिपोर्ट से ठेकेदारों में हड़कंप मचा है। इसके पूर्व भी डीपीआरओ को कई गावों में इज्जतघर निर्माण कार्य में अनियमितता मिली थी। घटिया निर्माण सामाग्री से बन रहे इज्जतघरों पर डीपीआरओ ने कई ग्राम प्रधानों के खाता संचालन पर तत्काल प्रभाव से रोक भी लगाई है। इस संबंध में एडीओ पंचायत रामराज कहते हैं कि आधा दर्जन गावों के खाता संचालन पर रोक लगाया गया है। उन्हें इज्जत घर को मानक के अनुसार बनाने का निर्देश दिया गया है।