एक चिकित्सक के सहारे जायस के तीन अस्पताल
अमेठी महाकवि मलिक मोहम्मद जायसी व गुरु गोरखनाथ की जन्मस्थली जायस के तीन अस्पताल एक डाक्टर के खिलाफ मुकदमा हुआ है।
अमेठी : महाकवि मलिक मोहम्मद जायसी व गुरु गोरखनाथ की जन्मस्थली जायस के तीन अस्पताल एक डाक्टर के सहारे है। जिससे उन्हें कभी सीएचसी की इमरजेंसी में, कभी जिला अस्पताल पीएम ड्यूटी तो कभी विभागीय मीटिग में भेज दिया जाता है। इससे यहां की जनता को स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ नहीं हो पा रही हैं। शुक्रवार को जब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जायस में स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया गया तो चिकित्सा प्रभारी की कुर्सी खाली पड़ी मिली। अस्पताल में मौजूद फार्मासिस्ट माता प्रसाद चौधरी ने बताया कि चिकित्सा प्रभारी डा. मनीष मौर्या जिला मुख्यालय मीटिग में गए हैं। उन्होंने बताया कि आज 20 पुराने मरीजों को दवाएं दी गई है। ओपीडी में दस नए मरीज इलाज के लिए आए हैं जिनका इलाज किया गया है। नगर के सुशील साहू,सभासद विनय पासी, निजामुद्दीन संदीप सोनकर आसिफ अंसारी आदि ने बताया कि नगर में तीन अस्पतालों में राजकीय महिला अस्पताल में एक दशक से महिला चिकित्सक और पीपी सेंटर में करीब तीन वर्षों से किसी चिकित्सक की तैनाती नहीं हुई है। ऐसे में कोतवाली रोड़ स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ही एक मात्र चिकित्सक की तैनाती की गई है। नगरपालिका जायस में लाखों की आबादी के बावजूद स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं। सभासदों ने जिला अधिकारी अरुण कुमार और सीएमओ डा.आशुतोष दुबे से मांग की है कि वह इस कोरोना महामारी को देखते हुए राजकीय महिला अस्पताल जायस, पीपी सेंटर में अविलंब चिकित्सकों की तैनाती करें। साथ ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जायस में भी दो चिकित्सकों की तैनाती की जाए।
बोले सीएचसी अधीक्षक
सीएचसी अधीक्षक डा. एचपी यादव का कहना है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जायस के चिकित्सा प्रभारी की इमरजेंसी ड्यूटी सीएचसी पर थी। इसलिए आज अस्पताल नहीं आए। कोरोना महामारी की तीसरी लहर की तैयारी के बारे में सीएचसी अधीक्षक का कहना था कि तैयारी सीएचसी में चल रही है। यहीं से प्रभावित स्वास्थ्य केंद्रों पर भी व्यवस्थाएं की जाती है।