रतजगा तो कहीं पर टोकन के लिए चक्कर काट रहे किसान
क्रय केंद्रों पर धान की धीमी खरीद से किसानों में नाराजगी दिखी।
अमेठी : क्षेत्र में स्थापित धान क्रय केंद्रों पर कहीं किसान रतजगा कर रहे हैं तो कहीं उन्हें टोकन देने के नाम पर दौड़ाया जा रहा है। खरीद रफ्तार धीमी होने से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
मंगलवार को दैनिक जागरण ने खाद्य एवं रसद जगदीशपुर, जाफरगंज मंडी परिषद में संचालित एफसीआइ क्रय केंद्र, खाद्य एवं रसद जाफरगंज, मंडी परिषद जाफरगंज का निरीक्षण कर किसानों की परेशानियां जानी। खाद्य एवं रसद जगदीशपुर के केंद्र पर पता चला कि प्रभारी कहीं बाहर गए हैं। मदूपुर उमरवल के किसान सूर्य प्रताप सिंह ने बताया कि सोमवार को तौल कराने के लिए आए थे लेकिन, तौल नहीं हो पाई। जाफरगंज खाद्य एवं रसद क्रय केंद्र पर तीन जगह तौल हो रही थी, यहां पर किसानों की भीड़ देखने को मिली।
जाफरगंज मंडी परिषद के क्रय केंद्र पर किसानों ने बताया कि धीमी खरीद होने के चलते परेशानी हो रही है और यहां पर टोकन लेने के लिए चक्कर लगाना पड़ता है। एफसीआइ क्रय केंद्र पर किसान ने बताया कि यहां पर टोकन लेने के लिए चक्कर लगाना पड़ रहा है।
एक नजर में खरीद व लक्ष्य :
जाफरगंज खाद्य एवं रसद केंद्र का लक्ष्य छह हजार मैट्रिक टन है, इसके सापेक्ष में 2852 मैट्रिक टन खरीद हो चुकी है। जगदीशपुर खाद्य रसद केंद्र का लक्ष्य चार हजार मैट्रिक टन है, इसके सापेक्ष में 18 सौ मैट्रिक टन खरीद हो चुकी है। शुकुलबाजार खाद्य रसद केंद्र का लक्ष्य छह हजार मैट्रिक टन के सापेक्ष खरीद 2142 मैट्रिक टन व मुसाफिरखाना में छह हजार मैट्रिक टन लक्ष्य के सापेक्ष 2429 मैट्रिक टन खरीद हुई।
पीसीएफ के खरीद केंद्र नीमपुर में एक हजार मैट्रिक टन के सापेक्ष 101 मैट्रिक टन, सिन्दुरवा में एक हजार मैट्रिक टन के सापेक्ष 983 मैट्रिक टन, निहालगढ एक हजार मैट्रिक टन के सापेक्ष 922 मैट्रिक टन, मुसाफिरखाना एक हजार मैट्रिक टन के सापेक्ष 660 मैट्रिक टन, जमवारी सात सौ मैट्रिक टन के सापेक्ष 699 मैट्रिक टन, मंगौली पांच सौ मैट्रिक टन के सापेक्ष 752 मैट्रिक टन, नेवादा पांच सौ मैट्रिक टन के सापेक्ष 450 मैट्रिक टन, पिडारा पांच सौ मैट्रिक टन के सापेक्ष 371 मैट्रिक टन, जाफरगंज मंडी परिषद एक हजार मैट्रिक टन के सापेक्ष 699 मैट्रिक टन, जाफरगंज भारती खाद्य निगम एक हजार मैट्रिक टन के सापेक्ष 704 मैट्रिक टन, उतेलवा नाकाफ केंद्र नौ सौ मैट्रिक टन के सापेक्ष 270 मैट्रिक टन, टाण्डा पंजीकृत समिति पांच सौ मैट्रिक टन के सापेक्ष 868 मैट्रिक टन , हरपालपुर एक हजार मैट्रिक टन के सापेक्ष 808 मैट्रिक टन, दादरा एग्रो 15 सौ मैट्रिक टन के सापेक्ष 733 मैट्रिक टन खरीद हुई।
इनकी भी सुनिए :
खाद्य एवं रसद जाफरगंज की केंद्र प्रभारी प्रीती पाण्डेय ने बताया कि तीन तौल कांटे लगाकर तेजी से खरीद कराई जा रही है। बताया कि करीब 509 छोटे व बड़े किसानों के धान की तौल की जा चुकी है। शासन की मंशा के अनुरूप खरीद का काम तेजी से चल रहा है।
क्षेत्रीय विपणन अधिकारी मुसाफिरखाना आलोक रंजन ने बताया कि तहसील में 18 क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं, उतेलवा नाकाफ केंद्र 10 दिसंबर से बंद है। सभी केंद्र प्रभारियों को खरीद में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं। जहां, पर किसानों को टोकन के लिए परेशान होना पड़ रहा है और तौल किए बगैर किसानों को लौटाया जा रहा है तो ऐसे केंद्रों की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
सुनिए किसानों का भी दर्द :
मदूपुर उमरवल के किसान सूर्य प्रताप सिंह ने बताया कि वह सोमवार को करीब 11 बजे केंद्र पर पहुंचे, भीड़ ज्यादा होने के चलते उनकी तौल दूसरे दिन हो पाई। लखनीपुर के किसान राजेन्द्र श्रीवास्तव ने बताया कि धीमी गति से खरीद होने के चलते परेशानी हो रही है। कोयलारा मुबारकपुर के किसान हरिबकस मौर्य ने बताया कि खरीद पर आनाकानी की जाती है, जिसके चलते किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लखनीपुर के किसान संजय कुमार ने बताया कि वह अपनी तौल कराने के लिए 12 दिनों से जाफरगंज मंडी के क्रय केंद्रों के चक्कर काट रहे हैं।