अमेठी के संग्रामपुर में लड्डू गोपाल की मूर्ति गटागट पी रही दूध
अमेठी के संग्रामपुर के जरौटा में लड्डू गोपाल की मूर्ति को दूध पिलाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है और वह गटागट दूध पीते जा रहे हैं।
अमेठी (जेएनएन)। सोशल मीडिया कल्पनाओं को हकीकत बनाकर पेश करता है। जब हम ऐसा होता हुआ देखते हैं तो खुश हो जाते हैं। कल्पना में ही हो सकता है कि भगवान कृष्ण की मूर्ति को भोग लगाएं और प्रभु भोग को पूरा का पूरा ग्रहण कर जाएं लेकिन सोशल मीडिया पर एक वीडियो पहुंचा है।
जिसमें लड्डू गोपाल चम्मच से दूध पी रहे हैं और वह भी पूरा एक चम्मच। वायरल वीडियो में लड्डू गोपाल को किसी बच्चे की तरह चम्मच से गटागट दूध पीते दिखाया जा रहा है। इसकी खबर फैलते ही संग्रामपुर के जरौटा में कृष्ण भगवान की मूर्ति को दूध पिलाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी और देखते ही देखते नब्बे के दशक में दूध पीते गणेश जी की प्रतिमाओं की याद ताजा हो गई।
लड्डू गोपाल को दूध पिलाने वालों की भीड़
मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले के जरौटा गाँव निवासी सत्यराज मिश्र के यहाँ लड्डू गोपाल की मूर्ति को सोशल मीडिया पर दूध पीते हुए दिखाया जा रहा है। वीडियो में दावा है कि जरौटा निवासी सत्यराज मिश्र के यहाँ आज सुबह दुध पिलाने के लिये भक्तों की लाइन लग गयी। बताया जा रहा कि आज सुबह 8 बजे जरौटा गांव में सत्तराज मिश्र के घर मे लड्डू गोपाल की मूर्ति दुध पी रही है।
ऐसा सुनकर भक्तों का सत्यराज के घर तांता लग गया और महिलाएं और बच्चे दुध पिलाने के लिए अपनी बारी का इंतजार करने लगे। यही नहीं इस गाँव में अब दूर दूर से लोग ये चमत्कार देखने के लिए पहुंच रहे है। आलम ये है लगभग 8 बजे से मूर्ति को दूध पिलाने का शिलशिला शुरू हुआ तो ये शिलशिला लगभग 12 बजे के बाद जाकर खत्म हुआ। हालांकि हम किसी भी प्रकार से अन्धविश्ववास को बढ़ावा नहीं चाहते और न ही किसी के आस्था को ठेस पहुचाना चाहते हैं। लेकिन एक बात तो तय है आस्था को कोई नहीं रोक सकता और ये भी कहा जाता है कि आस्था पर ही दुनिया टिकी है।
10 से 15 सेकेंड एक चम्मच दूध
सोशल मीडिया पर आया वीडियो एक मिनट 52 सेकेंड का है। इसमें लड्डू गोपाल की मूर्ति दूध पी रही है। इस पूरे वीडियो में कान्हा की मूर्ति को 1 चम्मच से दूध पिलाया जा रहा है। चम्मच के दूध को खत्म होने में करीब 10 से 15 सेकेंड का वक्त लगता है। यह बात कितनी हकीकत कितना फसाना है, यह तो वीडियो बनाने वाले ही जाने लेकिन भोतिक विज्ञानियों के मुताबिक पुरानी मूर्तियों में पृष्ठतनाव (सरफेश टेंशन) के कारण कभी-कभी ऐसा हो सकता है।