लाखों खर्च करने के बाद भी सामुदायिक शौचालय पर लटक रहे ताले
सचिव व ग्राम प्रधान की लापरवाही से स्वछ भारत मिशन योजना हो रही फेल।
संवादसूत्र, जगदीशपुर(अमेठी) : स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांवों में बनाए गए सामुदायिक शौचालयों में ताला लटक रहे हैं। शौचालयों के निर्माण में लाखों रुपये खर्च किए गए, लेकिन इनका गांवों में कोई उपयोग होता नहीं दिख रहा है। विभाग का दावा है कि इक्का-दुक्का को छोड़कर 71 ग्राम सभाओं में शौचालय निर्माण पूरा हो चुका है। बावजूद इसके बंद शौचालय स्वच्छ भारत मिशन योजना को मुंह चिढ़ा रहे हैं।
मंगलवार को सामुदायिक शौचालयों की स्थित को देखा गया, तो विभाग के दावों की पोल खुल गई। विकास क्षेत्र के अशरफपुर, पूरे शोहरत का पुरवा, मोहब्बतपुर, कटेहटी, दौलतपुर, मुबारकपुर, मदुपुर गांव में बने सामुदायिक शौचालय के मुख्य द्वार पर ताला जड़ा मिला। वहीं स्वच्छता की अलख जगाने के लिए हजारों खर्च कर गेट पर बनवाई गई पेंटिग भी बदरंग हो चुकी है।
-यह थी योजना
स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय बनाया गया है ताकि ग्रामीणों को खुले में शौच जाने से निजात मिल सके। शौचालय के पूर्ण होने पर मुख्यमंत्री की महात्वाकांक्षी योजना मिशन शक्ति के तहत शौचालयों के संचालन की बागडोर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के हाथों सौंपने को कहा गया, जिसपर ग्राम पंचायतों ने स्वयं सहायता समूह को संचालन के लिए हैंडओवर कर दिया। बावजूद इसके ग्रामीणों के लिए शौचालयों के ताले न खुलना एक बड़ी बात है।
-बोले जिम्मेदार
एडीओ पंचायत एसपी सिंह ने बताया कि सभी पंचायत सचिव की मीटिग बुलाई गई है। किन कारणों से शौचालय नहीं संचालित हो रहे हैं। इसके बारे में पूछताछ कर जल्द सभी शौचालयों को चालू करवाया जाएगा।