कन्हैया की हत्या को लेकर प्रदर्शन, मौनी महाराज ने कहा ये देश की व्यवस्था को चुनौती
अमेठी राजस्थान के उदयपुर में कपड़े की सिलाई करने वाले कन्हैया लाल की गला रेतकर की गइ
अमेठी : राजस्थान के उदयपुर में कपड़े की सिलाई करने वाले कन्हैया लाल की गला रेतकर की गई हत्या देश की व्यवस्था के लिए चुनौती है। इस वारदात से पूरा देश आहत है। यह घटना राजस्थान सरकार की तुष्टीकरण का परिणाम है। हत्यारों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए। यह आक्रोश बुधवार को बाबूगंज सगरा आश्रम के पीठाधीश्वर मौनी महराज ने व्यक्त किया। इस दौरान उनके नेतृत्व में संतों ने धरना प्रदर्शन भी किया। मौनी महाराज ने पीड़ित परिवार द्वारा सुरक्षा मांगे जाने के बाद उसे गंभीरता से न लेने पर सवाल उठाया। कहाकि तालिबानी सोच देश में जन्म ले रही है। अंकुश लगाने के बजाए कुछ सरकारें इस सोच को बढ़ावा देने का अवसर प्रदान कर रही हैं। उन्होंने कहाकि कन्हैया लाल की हत्या करने के बाद जिस तरह से वीडियो वायरल किया गया है उससे देश के एक सौ तीस करोड़ लोगों में डर पैदा करने की मंशा जागृत की गई है। वहीं व्यवस्था को चुनौती देने का भी संदेश है। कन्हैया लाल के बेटे ने नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट डाली थी, जिसके बदले में हत्यारों ने उसे मौत के घाट उतार दिया। इस जघन्य अपराध का संत समाज निदा करता है। यह भारतीय संस्कृति, संविधान व सुरक्षा व्यवस्था पर कुठाराघात है। इस दौरान संतों ने एक स्वर में नारे लगाकर हत्यारों को फांसी दिए जाने की मांग की। विहिप व बजरंग दल ने भी जेहादियों का पुतला फूंका अमेठी: राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल की जघन्य हत्या के विरोध में हिदू संगठनों ने प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकाला। वह सभी नारेबाजी करते हूुए जामो तिराहे पर पहुंचे। वहां जेहादियों का पुतला फूंका। इस दौरान प्रर्दशनकारियों ने जेहादी विचारधारा वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। जिससे इस तरह की सोच पर अंकुश लगे।
विश्व हिदू परिषद के जिलाध्यक्ष भूपेंद्र मिश्र की अगुवाई में बजरंग दल के पदाधिकारी और कार्यकर्ता बुधवार को सड़क पर उतर आए। हाथों में केसरिया झंडा लेकर जेहादियों के खिलाफ आवाज बुलंद की। पुतला फूंकने के दौरान प्रर्दशकारियों ने जेहादियों के खिलाफ नारेबाजी की। वीएचपी के जिलाध्यक्ष ने कहा कि ढंग से हत्यारों ने कन्हैयालाल की हत्या की है, उसकी जितनी निदा की जाए कम है। उन्होंने ऐसी प्रवृत्ति के लोगों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। इस मौके पर भगवान बक्श सिंह, राम रतन, सुनील अग्रहरि, राकेश, सूर्य बक्श, हौसिला प्रसाद, रामजी अग्रहरि, धर्मजीत यादव आदि लोग मौजूद रहे।
सुरक्षा को लेकर सर्तक रही पुलिस
विहिप और बजरंग दल के जुलूस के दौरान पुलिस सर्तक रही। कोतवाल अंगद सिंह पुलिस टीम के साथ प्रर्दशनकारियों के आगे- आगे चल रहे थे।