प्रधानों ने राहुल के सामने उठाया कमीशनबाजी का मुद्दा
अमेठी : कांग्रेस अध्यक्ष व स्थानीय सांसद राहुल गांधी का दौरे के पहले दिन विकास को लेकर फा
अमेठी : कांग्रेस अध्यक्ष व स्थानीय सांसद राहुल गांधी का दौरे के पहले दिन विकास को लेकर फोकस दिखाई पड़ा। फुरसतगंज के निगोहा में राजीव गांधी महिला विकास परियोजना के प्रशिक्षण कार्यालय के उदघाटन में उन्होंने जहां नारी सशक्तीकरण पर जोर दिया तो वहीं जामो के मंडखा स्थित विद्यालय में प्रधानों से विकास को लेकर सवाल जवाब किए। प्रधानों ने भी राहुल को अपने बीच पाकर प्रधानों ने भी अपना दुख-दर्द साझा किया। उन्होंने कहाकि सरकारी योजनाओं में कमीशनबाजी के चलते विकास कार्य सही ढंग से नहीं हो पा रहा हैं। यही नहीं स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनाए जा रहे इज्जतघर को लेकर भी उन्होंने अपनी बात राहुल के समक्ष रखी।
राहुल गांधी ने प्रधानों को संबोधित करते हुए कहाकि सरकार बनने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने देश में जिस पंचायती राज व्यवस्था की बात कही थी वहीं व्यवस्था लागू की जाएगी। तब गांवों में भी विकास दिखाई देगा। राहुल गांधी प्रधानों से सरकार द्वारा चलाई जा रही कई योजनाओं के बारे में जानकारी ली और समस्या के निदान का भरोसा प्रधानों को दिलाया। बैठक के लिए जिले के अलग-अगल ब्लाकों से 115 ग्राम प्रधानों को बुलाया गया था, जिसमें 104 किसान ही शामिल हुए। वहीं फुरसतगंज के निगोहा में राजीव गांधी महिला विकास परियोजना के प्रशिक्षण एवमं संसाधन केंद्र के कार्यालय का उदघाटन करते हुए राहुल ने कहाकि उत्तर प्रदेश में स्वयं सहायता समूह से 16 लाख महिलाएं जुड़ी हुई है। वह खुद को मजबूत करने के साथ ही समाज को भी मजबूत करने का कार्य कर रही है। नारी सशक्तिकरण पर जोर देते हुए कहाकि महिलाओं के अंदरअब डर खत्म हो रहा और वह सेल्फ डिफेंस सीख रही हैं। यह क्रम ऐसा चलता रहा तो पूरे देश में महिलाओं का बोलबाला होगा और महिलाएं अपनी शक्ति का अहसास कराएंगी। उन्होंने कहाकि स्वयं सहायता समूह की शुरूआत सबसे पहले आंध्र प्रदेश में शुरू हुई थी। उत्तर प्रदेश में कइयों द्वारा योजना चलाने का प्रयास किया गया, लेकिन वह फेल हो गया, फिर हमने इसे चुनौती के रूप में लिया और इसमें सफल भी हुए। अमेठी में परियोजना की शुरूआत पांच महिलाओं से हुई थी। आज इसकी संख्या हजारों में पहुंच गई है। यही नहीं बड़ी कंपनियां टाटा फाउंडेशन व बिल ग्रेटस फाउंडेशन भी हमारे साथ इस परियोजना से जुड़े हैं।