Move to Jagran APP

प्रधानों ने राहुल के सामने उठाया कमीशनबाजी का मुद्दा

अमेठी : कांग्रेस अध्यक्ष व स्थानीय सांसद राहुल गांधी का दौरे के पहले दिन विकास को लेकर फा

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Sep 2018 12:37 AM (IST)Updated: Tue, 25 Sep 2018 12:37 AM (IST)
प्रधानों ने राहुल के सामने उठाया कमीशनबाजी का मुद्दा
प्रधानों ने राहुल के सामने उठाया कमीशनबाजी का मुद्दा

अमेठी : कांग्रेस अध्यक्ष व स्थानीय सांसद राहुल गांधी का दौरे के पहले दिन विकास को लेकर फोकस दिखाई पड़ा। फुरसतगंज के निगोहा में राजीव गांधी महिला विकास परियोजना के प्रशिक्षण कार्यालय के उदघाटन में उन्होंने जहां नारी सशक्तीकरण पर जोर दिया तो वहीं जामो के मंडखा स्थित विद्यालय में प्रधानों से विकास को लेकर सवाल जवाब किए। प्रधानों ने भी राहुल को अपने बीच पाकर प्रधानों ने भी अपना दुख-दर्द साझा किया। उन्होंने कहाकि सरकारी योजनाओं में कमीशनबाजी के चलते विकास कार्य सही ढंग से नहीं हो पा रहा हैं। यही नहीं स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनाए जा रहे इज्जतघर को लेकर भी उन्होंने अपनी बात राहुल के समक्ष रखी।

loksabha election banner

राहुल गांधी ने प्रधानों को संबोधित करते हुए कहाकि सरकार बनने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने देश में जिस पंचायती राज व्यवस्था की बात कही थी वहीं व्यवस्था लागू की जाएगी। तब गांवों में भी विकास दिखाई देगा। राहुल गांधी प्रधानों से सरकार द्वारा चलाई जा रही कई योजनाओं के बारे में जानकारी ली और समस्या के निदान का भरोसा प्रधानों को दिलाया। बैठक के लिए जिले के अलग-अगल ब्लाकों से 115 ग्राम प्रधानों को बुलाया गया था, जिसमें 104 किसान ही शामिल हुए। वहीं फुरसतगंज के निगोहा में राजीव गांधी महिला विकास परियोजना के प्रशिक्षण एवमं संसाधन केंद्र के कार्यालय का उदघाटन करते हुए राहुल ने कहाकि उत्तर प्रदेश में स्वयं सहायता समूह से 16 लाख महिलाएं जुड़ी हुई है। वह खुद को मजबूत करने के साथ ही समाज को भी मजबूत करने का कार्य कर रही है। नारी सशक्तिकरण पर जोर देते हुए कहाकि महिलाओं के अंदरअब डर खत्म हो रहा और वह सेल्फ डिफेंस सीख रही हैं। यह क्रम ऐसा चलता रहा तो पूरे देश में महिलाओं का बोलबाला होगा और महिलाएं अपनी शक्ति का अहसास कराएंगी। उन्होंने कहाकि स्वयं सहायता समूह की शुरूआत सबसे पहले आंध्र प्रदेश में शुरू हुई थी। उत्तर प्रदेश में कइयों द्वारा योजना चलाने का प्रयास किया गया, लेकिन वह फेल हो गया, फिर हमने इसे चुनौती के रूप में लिया और इसमें सफल भी हुए। अमेठी में परियोजना की शुरूआत पांच महिलाओं से हुई थी। आज इसकी संख्या हजारों में पहुंच गई है। यही नहीं बड़ी कंपनियां टाटा फाउंडेशन व बिल ग्रेटस फाउंडेशन भी हमारे साथ इस परियोजना से जुड़े हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.