अब ड्रोन पायलट भी बनेंगे इग्रुआ में
इंदिरा गांधी उड़ान अकादमी का ड्रोन डिस्टिनेशन कंपनी के साथ करार हुआ। नवंबर में प्रशिक्षण शुरू होगा।
दिलीप सिंह, अमेठी
देश को हवाई जहाज के पायलट देने वाली इग्रुआ (इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी) अब ड्रोन पायलट भी तैयार करने जा रही है। अकादमी ने दिल्ली की ड्रोन डिस्टिनेशन कंपनी के साथ करार किया है।
अमेठी के फुरसतगंज स्थित इग्रुआ ने अपने प्रसार कार्यक्रमों के तहत नई पहल की है। अकादमी ने ड्रोन डिस्टिनेशन कंपनी से जो साझा करार किया है। उसके तहत यहां इग्रुआ के आधारभूत ढांचा का उपयोग किया जाएगा। लेकिन, ड्रोन पायलट तैयार करने की तकनीक ड्रोन डेस्टिनेशन कंपनी की ही होगी।
निदेशक इग्रुआ कृष्णेन्दु गुप्ता ने बताया कि हम ड्रोन उड़ान प्रशिक्षण की शुरुआत करने जा रहे हैं, अपने सुरक्षा के मापदंड का समावेश करते हुए उच्चस्तरीय प्रशिक्षण को अंजाम देंगे। संस्थापक एवं सीईओ, ड्रोन डेस्टिनेशन कंपनी चिराग शर्मा ने बताया कि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी एक हवाई जहाज पायलट प्रशिक्षण संस्थान है। हमने उनके साथ ड्रोन पायलट तैयार करने को करार किया है।
तैयार होगा प्रशिक्षण का खाका : ड्रोन पायलट तैयार करने के लिए देश भर से युवाओं का चयन होगा। मापदंड और नियमावली जल्द ही इग्रुआ व ड्रोन डिस्टिनेशन कंपनी के अधिकारी तय कर लेंगे। उसके बाद प्रशिक्षण कोर्स की शुरूआत होगी।
हर साल बनते हैं 60 से 70 पायलट : वर्तमान में यहां 250 से अधिक युवा पायलट बनने की ट्रेनिग ले रहे हैं। अकादमी का दावा है कि उसके यहां से हर वर्ष 60 से 70 पायलट निकलते हैं। 18 से 24 माह के अंदर ट्रेनिग पूरी हो जाती है।