बदला मौसम का मिजाज, चितित हुए किसान
सुलतानपुर सर्दी की शुरुआत के साथ मौसम का मिजाज फिर बदला है। तेजी से गिर रहे तापमान और
सुलतानपुर : सर्दी की शुरुआत के साथ मौसम का मिजाज फिर बदला है। तेजी से गिर रहे तापमान और रात में बढ़ी ठंड के चलते धुंध और कोहरा बढ़ा है। ऐसे में दीपावली पर हुई आतिशबाजी पर हुआ धुंआ पर्यावरण में ऊपर नहीं उठ सका है। तीन दिन बाद भी सूर्यास्त के बाद धुंध की गहरी पर्त उभर आती है। वहीं कोहरा और बदली के चलते किसान बारिश की आशंका से चितित हैं।
हाल में ही आलू, सरसों, मटर की अगेती बोआई करने वाले किसानों के लिए मौसम का यह बदलाव परेशानी का सबब बना है। आलू की व्यवसायिक खेती करने वाले किसान अगेती आलू की बोआई बड़े पैमाने पर कर रहे हैं। इस दौरान वर्षा होने से उनकी मेहनत पर पानी फिरने की आशंका है।
नमी के चलते बनी है धुंध : वातावरण में नमी और तापमान में कमी के चलते दीपावली पर हुई आतिशबाजी का धुंआ ऊपर नहीं उठ सका है। आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय के पर्यावरण अध्ययन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. जसवंत सिंह ने कहा कि दिन का तापमान कम होने से परिवेश में धुंध बनी है। बारिश होने के बाद इससे निजात मिल सकेगी। तेज धूप और तापमान बढ़ने के साथ धुंध वायुमंडल में विलीन हो सकेगी।
कम हैं वर्षा की संभावनाएं : आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय कुमारगंज, अयोध्या के मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. अमर नाथ मिश्रा ने कहा कि सर्दी की शुरुआत में ऐसी स्थितियां बनती हैं। आंशिक बदली रहेगी। दिन के तापमान में भी गिरावट होगी पर वर्षा की संभावना कम है। अवध क्षेत्र में कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी हो सकती है। इससे फसलों को नुकसान नहीं होगा।
वहीं विश्वविद्यालय के मृदा विभाग के प्रो. आरपी मौर्य ने किसानों को सलाह दी है कि धान की फसलों को अतिशीघ्र काट कर सुरक्षित स्थानों पर भंडारित करें। मौसम को देखते हुए फसलों की बोआई रुक कर करें। बारिश होने की दशा में देर से बोई जाने वाले बीज प्रजाति का चयन करें।