40 फीसद से ज्यादा धान अब भी खेत में है खड़ा
खेतों में महज दस फीसद गेहूं की बुआईहो सकी है। बारिश से गेहूं के बीज के सड़ने की चिता से किसान बेहाल।
अमेठी : मौसम लगातार बदल रहा है, जिससे किसानों की नींद उड़ गई है। अब तक महज 60 फीसद फसल ही काटी जा सकी है। ऐसे में तेज बरसात हुई तो किसानों का तगड़ा नुकसान होना तय है।
सोमवार से मौसम में लगातार परिवर्तन जारी है। बुधवार सुबह से आसमान में बादल छा गए। सरकारी आंकड़ों की मानें तो लगभग 40 फीसद फसल अभी खेत में ही खड़ी है। ऐसे में बरसात हुई तो काफी नुकसान झेलना पड़ेगा। बरसात के चलते खेतों में नमी के कारण हार्वेस्टर मशीन भी नहीं चल पा रही है। वहीं, मजदूर भी नहीं मिल रहे हैं। इन हालात में गेहूं की बुवाई भी लगातार पिछड़ रही है।
अब तक महज 10 फीसद गेहूं की बुवाई : अगेती गेहूं की बुवाई के लिए महज सात दिन का समय और शेष है लेकिन, अब तक जिले में महज 10 फीसद ही बुआई हो सकी है। वहीं, 25 नवंबर तक का समय गेहूं की बुवाई के लिए आदर्श माना जाता है। बहरहाल, जो किसान गेहूं की बुआई कर चुके हैं, उन्हें बीज के सड़ने का भय सताने लगा है।
केंद्रों पर उपलब्ध हैं बीज :
जिलाधिकारी अरुण कुमार ने बताया कि मौसम में बदलाव के चलते कुछ परेशानी जरूर हो रही है। सरकारी बीज भंडारों पर गेहूं के बीज व रसायन उपलब्ध हैं। उर्वरक की भी किल्लत नहीं है।
रबी उत्पादकता गोष्ठी कल :
गौरीगंज प्रतिनिधि के अनुसार कृषि यंत्र के सु²ढ़ीकरण एवं कृषक जागरूकता कार्यक्रम योजनान्तर्गत जिला स्तरीय रबी उत्पादकता गोष्ठी का आयोजन विकास भवन सभागार में 20 नवंबर को किया जा रहा है। उप कृषि निदेशक सत्येंद्र सिंह चौहान ने बताया कि नेशनल मिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन एंड टेक्नोलॉजी योजनान्तर्गत कृषक वैज्ञानिक संवाद कार्यक्रम भी होगा। इसमें किसानों को खेती किसानी के बारे में विस्तार से बताया जाएगा।