Move to Jagran APP

सुकमा में शहीद सीआरपीएफ जवान का पार्थिव शरीर पहुंचा अमेठी, अंतिम संस्कार आज

सुकमा में शहीद सीआरपीएफ के सहायक सब इंस्पेक्टर अनिल कुमार मौर्य का पार्थिव शरीर देर रात गांव पहुंचा। उनके पार्थिव शरीर को देखने के बाद परिवार व पास के लोगों का हाल बुरा हो गया था।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sun, 22 Apr 2018 10:13 AM (IST)Updated: Sun, 22 Apr 2018 01:30 PM (IST)
सुकमा में शहीद सीआरपीएफ जवान का पार्थिव शरीर पहुंचा अमेठी, अंतिम संस्कार आज
सुकमा में शहीद सीआरपीएफ जवान का पार्थिव शरीर पहुंचा अमेठी, अंतिम संस्कार आज

अमेठी (जेएनएन)। छत्तीसगढ़ के सुकमा में शुक्रवार नक्सली हमले में शहीद अमेठी के जवान अनिल कुमार मौर्य का शव देर रात उनके घर अमेठी पहुंचा। यहां पर आज तड़के से उनके अंतिम दर्शन को उनके गांव में लोग एकत्र हो रहे थे। अमेठी के साथ ही पास के शहर के लोग इस बहादुर को श्रद्धांजलि देने उनके घर पर थे। इसके बीच मौर्य के परिवार के लोगों का इस दुख की घड़ी में रो-रोकर बुरा हाल था।

loksabha election banner

सुकमा में शहीद हुए सीआरपीएफ के सहायक सब इंस्पेक्टर अनिल कुमार मौर्य का पार्थिव शरीर देर रात उनके गांव पहुंचा। उनके पार्थिव शरीर को देखने के बाद परिवार तथा पास के लोगों का हाल बुरा हो गया था। आज तड़के से ही उनके घर पर लोगों की भारी भीड़ जुटी थी। घर पर ही आज सीआरपीएफ के आला अधिकारियों के साथ ग्रुप कमांडेंट ने श्रद्धांजलि दी। बड़ी संख्या में सीआरपीएफ के अधिकारी तथा जवान अनिल कुमार मौर्य के गांव पहुंचे हैं। अंतिम संस्कार से पहले सीआरपीएफ के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया।

माना जा रहा है कि आज दोपहर 12 बजे के करीब राजकीय सम्मान के साथ शहीद अनिल कुमार मौर्य का अंतिम संस्कार होगा। इस दौरान जिले के प्रभारी मंत्री मोहसिन रजा के साथ राज्यमंत्री सुरेश पासी भी मौजूद रहेंगे। अंत्येष्टि की तैयारी में जिला प्रशासन सुबह से ही लगा हुआ है।

जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने अंत्येष्टि स्थल की साफ-सफाई के साथ सभी तैयारियां पूरी करने का निर्देश जिम्मेदारों को दिया है।

गांव में शहीद की अंतिम यात्रा में उमडऩे वाली भीड़ के लिए भी व्यवस्था दुरुस्त रखने की तैयारी की जा रही है। गौरतलब है कि कोतवाली के नरैनी के पूरे खोजवा गांव निवासी रामपियारे के सबसे बड़े सुपुत्र अनिल मौर्या नक्सलियों से मुकाबला करते हुए सुकमा में शुक्रवार को शहीद हो गए थे। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.