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विश्वबंधुत्व पर जोर देती है भारतीय संस्कृति

अमेठी रणवीर रणंजय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में कोविड 19 एक वैश्विक मुद्दा विषय पर आयोजित द

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 May 2020 10:43 PM (IST)Updated: Sun, 24 May 2020 10:43 PM (IST)
विश्वबंधुत्व पर जोर देती है भारतीय संस्कृति
विश्वबंधुत्व पर जोर देती है भारतीय संस्कृति

अमेठी : रणवीर रणंजय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में कोविड 19 एक वैश्विक मुद्दा विषय पर आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय वेबिनार के समापन सत्र की अध्यक्षता करते हुए एमजेपीआरयू बरेली के कुलपति प्रो अनिल शुक्ल ने कहा कि कोविड 19 ने हमारी शिक्षण व्यवस्था को बदलने के लिए बाध्य कर दिया है। जय प्रकाश विश्वविद्यालय छपरा के पूर्व कुलपति प्रो हरिकेश सिंह ने कहा कि चीन के प्रयोगशाला में निर्मित कोरोना वायरस से वैश्विक महामारी की स्थिति उत्पन्न हुई। भारतीय संस्कृति विश्वबंधुत्व पर जोर देती है। सर्वोच्च न्यायालय की अधिवक्ता आकांक्षा सिंह ने कहा कि कोविड 19 ने न्यायिक व्यवस्था को प्रभावित किया है। लॉकडाउन के दौरान लोगों का अधिकांश समय घर में व्यतीत हुआ। व्यावसायिक कार्य बंद होने से आपसी संबंध प्रभावित हुए और घरेलू हिसा में वृद्धि हुई। वैश्विक संकट ने लोगों को नई परिस्थिति में रहने एवं सोचने के लिए बाध्य किया। कार्यक्रम को प्रोफेसर एसएन शुक्ल , महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ त्रिवेणी सिंह ने सम्बोधित किया। अतिथियों का स्वागत डॉ. ओम शिव पांडेय ने किया। वेबिनार के प्रथम सत्र में डॉ. पूनम सिंह, डॉ. नेहा काला, डॉ .कवीन्द्र नाथ, डॉ. साकेत शुक्ल, डॉ .इन्दु भट्ट, डॉ. शशिकान्त तिवारी, डॉ रजनीश सिंह सहित अनेक लोगों ने आपने शोध-पत्र प्रस्तुत किए। इस मौके पर डॉ. रामनयन सिंह डॉ. धनन्जय सिंह, डॉ. शिखा शुक्ला, डॉ. सन्तोष कुमार सिंह, डॉ. दुष्यन्त प्रताप सिंह तथा राजेन्द्र कुमार उपस्थित रहे।

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