Move to Jagran APP

आबादी बढ़ी पर अभी तक नहीं मिली सीएचसी की सुविधा

जिलाधिकारी से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जायस को सीएचसी बनाने की मांग की गई। काफी समय से कवायद चल रही है। नगर से सीएचसी 15 किलोमीटर दूर है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 15 Jan 2021 12:39 AM (IST)Updated: Fri, 15 Jan 2021 12:39 AM (IST)
आबादी बढ़ी पर अभी तक नहीं मिली सीएचसी की सुविधा
आबादी बढ़ी पर अभी तक नहीं मिली सीएचसी की सुविधा

अमेठी : नगर पालिका परिषद जायस की सीमा विस्तार के बाद जहां कोतवाली और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जायस भी अब नगर पालिका क्षेत्र में आ गया हैं। वहीं, इसकी जनसंख्या भी लाखों में हो गई है। इसलिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद (सीएचसी) जायस अब इतनी बड़ी जनसंख्या के स्वास्थ्य सेवाओं के लिए नाकाफी है। इसलिए जायस में सीएचसी की मांग उठना स्वाभाविक है। इसी क्रम में नगर के तमाम बाशिदों ने जिलाधिकारी अरुण कुमार को ज्ञापन सौंप कर जायस में सीएचसी बनाने की मांग की है।

loksabha election banner

सुशील साहू, अमित कौशल, काशीनाथ योगी, सिद्धांत जैन, मोहम्मद शादाब, अमन मौर्य, पिन्कू, सुहैल, जावेद आलम, इम्तियाज अहमद व मोहम्मद मुमताज आदि का कहना है जायस नगर में मौजूदा हालात यह हैं कि यहां लाखों की जनसंख्या के बावजूद अबतक सिर्फ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ही है। जहां, स्वास्थ्य सेवाओं के लिए मात्र एक डॉक्टर की तैनाती है। रात्रि में जनता को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए करीब 15 किमी दूर सीएचसी फुरसतगंज जाना पड़ता है। यहां महिला अस्पताल में तो पिछले पांच सालों से कोई महिला चिकित्सक प्रभारी की तैनाती नहीं हुई है। ऐसे में समुचित चिकित्सा सुविधा न होने के कारण गंभीर रोगियों की इलाज के अभाव में जान चली जाती है। गर्भवती महिलाओं के लिए साधारण प्रसव की भी समुचित व्यवस्था नहीं है। ऐसे में गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए 33 किलोमीटर दूर रायबरेली जाना पड़ता है।

इसलिए यहां की जनता के हित में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण अति आवश्यक है। जिलाधिकारी को दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के पीछे सीएचसी निर्माण के लिए पर्याप्त भूमि भी मौजूद है। जायस के लोगों ने जिलाधिकारी जायस में सीएचसी का निर्माण अविलंब कराने की मांग की है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.