इज्जतघरों के सत्यापन में खुलने लगी विभाग की पोल
अमेठी : स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनाए गए इज्जत घरों के सत्यापन में जिला पंचायतराज विभाग की पो
अमेठी : स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनाए गए इज्जत घरों के सत्यापन में जिला पंचायतराज विभाग की पोल खुलने लगी है। डीएम के निर्देश पर गांव में हो रहे सत्यापन के दौरान घटिया निर्माण से लेकर एक ही परिवार में एक से अधिक लाभार्थी के चयन की बात भी सामने आने लगी है।
वर्ष 2011 की बेसलाइन सर्वे के अनुसार स्वच्छ भरत मिशन ग्रामीण के तहत एक परिवार के एक सदस्य को इज्जत घर देने का आदेश दिया गया है। इसके लिए सर्वे सूची में शामिल पात्र लोगों को इज्जत घर निर्माण के लिए ग्राम पंचायतों के जरिए धन दिया गया है। प्रत्येक ग्राम पंचायत में इसके लिए लक्ष्य निर्धारित किया गया है। गत दो अक्टूबर तक लक्ष्य को पूरा कर गांव को खुले में शौच मुक्त करने का फरमान भी जारी हुआ है। समय सीमा बीत जाने के बाद शासन ने इसमें बढ़ोत्तरी कर दिया है। इसके बाद जिलाधिकारी शकुंतला गौतम ने 98 अधिकारियों की टीम लगाकर एक अधिकारी एक ब्लाक के दो गांव का सत्यापन करने का निर्देश दिया है। अधिकारियों द्वारा गांव में सत्यापन के लिए पहुंचने पर उन्हें सच का सामना करना पड़ रहा है। संग्रामपुर ब्लाक के तमाम गांव में एक ही परिवार के तीन से चार सदस्यों को इज्जतघर दे दिया गया है। इज्जत घर मिलने के बाद सभी सदस्य एक स्थान पर क्रम से निर्माण करा डाला है। इस पर जिला पंचायतराज अधिकारी बनवारी सिंह ने कहाकि नियम विरुद्ध व अपात्र को इज्जत घर दिया गया है तो संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।