पर्यवेक्षक नियुक्त करने में विभाग कर रहा बड़ा खेल
बाजारशुकुल : सरकार राशन वितरण प्रणाली को पारदर्शी बनाने के लिए लाख प्रयत्न करें, लेकिन उनके
बाजारशुकुल : सरकार राशन वितरण प्रणाली को पारदर्शी बनाने के लिए लाख प्रयत्न करें, लेकिन उनके अधिकारी व कर्मचारी सरकार की मंशा पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं। तभी तो क्षेत्र में पर्यवेक्षकों की निगरानी में बंटने वाले राशन में पर्यवेक्षकों के चयन में सवाल खड़ा कर दिया है। अब इसे विभाग की मनमानी कहें या फिर उनकी कार्य प्रणाली यह तो विभागीय कर्मी ही जानें।
बतातें चलें कि अपर जिलाधिकारी के हस्ताक्षर से जारी वितरण हेतु पर्यवेक्षकों के रोस्टर में विभाग ने यह भी ध्यान नहीं दिया कि वह जिस काम के लिए अधिकारी को जिम्मेदारी सौंप रहा है वह विभाग में है या फि र सेवानिवृत्त हो चुका है। यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई बार विभाग ऐसे कारनामें कर चुका है। क्षेत्र की टेंवसी, मोहद्दीनपुर व आशीषपुर दुकान पर राशन वितरण के लिए विकास विभाग से सेवा निवृत्त हो चुके श्याम बहादुर सिंह को बतौर पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिया है। विभाग के इस फ रमान से कोटेदार भले ही खुश हों, लेकिन सत्यापन राम भरोसे ही है। ग्रामीणों को वगैर पर्यवेक्षक के राशन कैसे मिलेगा यह बात भी सवालों के घेरे में है। इस संबंध में पूर्ति निरीक्षक से बात करने का प्रयास किया गया किंतु संपर्क नहीं हो सका।