लंबी कतार में किसान, तो कहीं समितियों पर लगा ताला
इफको सेंटर के अतिरिक्त सहकारी समिति पर खाद नहीं उपलब्ध है। हजारों की संख्या में किसान भोर में ही पहुंच कतार में खड़े हो जाते हैं।
अमेठी : समय-समय पर बारिश होने से किसानों के चेहरे पर मुस्कान तो आई। लेकिन खाद की किल्लत ने एक बार फिर से चिता की लकीर खींच दी। ऐसे में किसानों की अधिक उपज की उम्मीद पर हालात पानी फेरते दिखाई दे रहे हैं। इफको खाद सेंटर को छोड़ दें, तो जिले में साधन सहकारी समितियों में पिछले एक सप्ताह से खाद न होने से सन्नाटा पसरा हुआ है। ऐसे में गौरीगंज इफको सेंटर पर प्रतिदिन खाद मिलने की सूचना पर हजारों की संख्या में किसान भोर में ही पहुंच कतार में खड़े हो जाते हैं। बावजूद इसके अंतिम किसान को खाद नहीं मिल पाती है। विभागीय अधिकारियों की माने तो इफको सेंटर पर शुक्रवार को 466 बोरी यूरिया खाद आई थी। जिलाधिकारी के निर्देश पर प्रत्येक किसान को दो-दो बोरी वितरण की गई। इस बाबत जिला कृषि अधिकारी अखिलेश पांडेय ने बताया कि मुंशीगंज क्षेत्र की समितियों पर खाद उपलब्ध है। अन्य समितियों पर उपलब्धता को लेकर पत्राचार किया गया है। एक दो दिन में हर सेंटर पर खाद होगी।
खाद न होने से आठ समितियों पर लटक रहा ताला : सिंहपुर ब्लॉक क्षेत्र में किसानों को खाद और बीज उपलब्ध कराने के लिए 10 साधन सहकारी समितियां स्थापित हैं। जिनमें से आठ समितियों में ताला लटक रहा है। वहीं साधन सहकारी टेढई व पंहौना में आवश्यकता के अनुरूप आधी भी यूरिया नहीं मिली। टेढाई में अब तक 400 व पंहौना में 350 बोरी यूरिया ही आई। वहीं बाजार में दुकानदार महंगे दामों पर बेचकर किसानों की जेब पर डाका डालने का काम कर रहे है। किसान बकरीद अली बताते हैं कि इस बार यूरिया की जितनी दिक्कत आई इससे पहले कभी नहीं देखी। विजय शंकर, बृज किशोर कहते हैं कि प्रशासन की सख्ती के बाद भी दुकानदार चोरी छिपे यूरिया की कालाबाजारी कर रहे हैं। एसडीएम महात्मा सिंह का कहना है कि किसानों को दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। कालाबाजारी करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।