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सिस्टम में फिर उलझा किसान, नहीं बेच पा रहा धान

दिलीप सिंह, अमेठी : जिले में धान खरीद के दावे कुछ भी हों पर हकीकत यहीं है कि सिस्टम

By JagranEdited By: Published: Tue, 11 Dec 2018 11:20 PM (IST)Updated: Tue, 11 Dec 2018 11:20 PM (IST)
सिस्टम में फिर उलझा किसान, नहीं बेच पा रहा धान
सिस्टम में फिर उलझा किसान, नहीं बेच पा रहा धान

दिलीप सिंह, अमेठी : जिले में धान खरीद के दावे कुछ भी हों पर हकीकत यहीं है कि सिस्टम ने अन्नदाता को एक बार फिर उलझा दिया है। धान की उपज घर के बाहर ढेर है और किसान चाह कर भी उसे सरकारी क्रय केंद्र पर बेंच नहीं पा रहा है। ऐसे में जरूरत पूरी करने के लिए वह अपनी उपज को औने-पौने दाम पर बाजार में बेचने को विवश हैं।

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बीते 41 दिनों में जिले के 41 सरकारी क्रय केंद्रों पर 2,573 किसान ही अपना 16,782.70 मीट्रिक टन धान ही बेच पाए हैं, जबकि जिले में राजस्व विभाग के आकड़ों के मुताबिक किसानों की संख्या चार लाख के पार है।

ऐसे तो नहीं दुगनी होगी आय

पीएम मोदी व सीएम योगी के साथ पूरी सरकार का जोर किसानों की आय दुगनी करने पर है और यहां सरकारी मंशा के विपरित धान की खरीद सिस्टम में ऐसे झोल अब भी कायम हैं, जो किसान को प्रति कुंतल तीन सौ रुपये का नुकसान उठने पर मजबूर कर रहे हैं।

13 ब्लाकों में खुले हैं 41 खरीद केंद्र

जिले के 13 ब्लाकों में किसानों से सरकारी मूल्य पर धान लेने के लिए 41 खरीद केंद्र खोले गए हैं। दावा लगातार खरीद होने का है। अब तक लक्ष्य के मुताबिक खरीद हो भी रही है, लेकिन बाजार में धान की कीमत 1450 रुपये से ऊपर नहीं आ रही है। ऐसे में यह सवाल उठना लाजमी है कि जब किसानों का धान सरकारी क्रय केंद्रों पर खरीदा जा रहा है तो बाजार में धान की कीमत में उछाल क्यों नहीं आ रहा है।

प्रति कुंतल हो रहा तीन सौ का नुकसान

जिले की बाजारों में व्यापारी 1,450 रुपये प्रति कुंतल ही धान की खरीद कर रहे हैं। जबकि धान का सरकारी न्यूनतम मूल्य 1,750 रुपये तय है। आढ़तियों के यहां भी तय हो न्यूनतम मूल्य

किसानों का कहना है कि अगर सरकार आढ़तियों के यहां भी खरीद का न्यूनतम मूल्य तय कर धान की खरीद करवाए तो समस्या का समाधान हो सकता है। किसान राम सिंह व कुंवर बहादुर कहते हैं कि सरकार को कमीशन पर आढ़तियों से भी खरीद करवानी चाहिए। अगर ऐसा हो तो चोरी छिपे जो आढ़ती सरकारी केंद्रों पर धान बेच किसान का हक मारते हैं, वह नहीं होगा। उपज व खरीद के आकड़े

विपणन विभाग - 9441.62

पीसीएफ- 4895.18

यूपी एग्रो- 550.32

कल्याण निगम- 1486.50

खाद्य निगम- 411.08

कुल खरीद - 16784.70

नोट-मात्रा मीट्रिक टन में।

कुल भुगतान- 2355.38 लाख

कुल किसान - 2573

कुल खरीद केंद्र - 41

कुल एजेंसियां - 05

खरीद शुरू हुए बीते दिन : 41

खरीद के लिए बाकी बचे दिन : 79

नोट- एक नवंबर से शुरू हुई खरीद 28 फरवरी तक चलेगी। -धान की उपज पर एक नजर

-क्षेत्रफल : 165,000 हेक्टेयर

-संभावित पैदावार : 9,900,000 कुंतल -धान का मूल्य

सरकारी : 1,750 रुपये प्रति कुंतल

बाजार में : 1,450 रुपये प्रति कुंतल

अन्तर : 300 रुपये प्रति कुंतल पिछली बार हुई थी खरीद

जिले में पिछले साल दस हजार 955 किसानों से 80 हजार मीट्रिक टन धान की खरीद सरकारी एजेंसियों ने की था। जारी है खरीद

जिले में किसानों से अधिक से अधिक धान की खरीद हो इसको लेकर जिलाधिकारी खुद बहुत सर्तक हैं और हर दिन वह खुद व जिले के प्रशासनिक अधिकारियों की टीमें खरीद केंद्रों का निरीक्षण कर रही हैं। खरीद जारी है, हमारी कोशिश अधिक से अधिक किसानों को उनकी उपज की सही कीमत दिलाने की है।

ईश्वर चंद्र, एडीएम व प्रभारी खरीद अधिकारी, अमेठी


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