सात साल से मरम्मत की बाट जोह रहा अमेठी-किठावर मार्ग
सड़क पर आवागमन मुश्किल हुआ। मांग के बाद भी काम नहीं हो रहा।
अमेठी : केंद्रीय मार्ग निधि योजना से बनाया गया अमेठी किठावर मार्ग सात साल से मरम्मत की बाट जोह रहा है। सड़क पर बड़े बड़े गड्ढे बने होने के कारण लोग आवागमन में दुर्घटना का सामना करना पड़ रहा है। वर्ष 2012 में केन्द्रीय मार्ग निधि योजना से छह करोड़ की लागत से अमेठी किठावर मार्ग का निर्माण कराया गया था योजना के तहत मार्ग निर्माण कार्य करने वाली कार्यदायी संस्था को पांच वर्ष तक मार्ग की मरम्मत करने की जिम्मेदारी होती है। मार्ग निर्माण के छह माह बाद मार्ग जर्जर दशा में आ गया। लोगों की शिकायत के बाद हुई जांच में मार्ग निर्माण में भारी अनियमितता मिली। विभाग की ओर से गौरीगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया। इसके बाद विभाग ने कार्यदायी संस्था को काली सूची में डाल दिया। कई वर्षों से लोग मार्ग की मरम्मत कराने की मांग करते रहे। सात वर्ष बीत गये। लोग तहसील दिवस से लेकर जिलाधिकारी तक कई बार प्रार्थनापत्र दिए। लेकिन, मार्ग की मरम्मत का कार्य शुरू नहीं हुआ।
छह करोड़ की लागत से बनी थी सड़क :
अधिशासी अधिकारी पीएमजीएसवाई एके श्रीवास्तव ने बताया कि अमेठी किठावर मार्ग मार्ग निधि योजना के तहत छह करोड़ की लागत से बनाया गया था। निर्माण कार्य में अनियमितता मिलने पर कार्यदायी संस्था पर एफआइआर दर्ज कराकर उसे काली सूची में डाल दिया गया। बताया कि जो सिक्युरिटी जमा है। उससे ही अब मरम्मत का कार्य कराया जायेगा। टेंडर निकाल दिया गया है। अभी बांड नहीं बना है। इसके बाद निर्माण कार्य शुरू होगा।
नहीं सुनते जिम्मेदार :
अशोक सिंह कहते हैं कि दो जनपदों को जोड़ने के लिए सड़क बनाई गई है। छह माह में मार्ग की दशा जर्जर हो गई। हम लोग सात साल से मार्ग की मरम्मत की मांग कर रहे है। दिनेश सिंह कहते हैं कि केंद्र की पहली सड़क है। जिसमें सबसे बढ़ा भ्रष्टाचार किया गया है। निर्माण कार्य करने वाली संस्था से पूरे बजट की वसूली करके एक मिशाल पेश की जाय। साथ ही संचालक को जेल भेजा जाय। राजेश मिश्र ने कहाकि अमेठी किठावर मार्ग बाद से बदतर दशा में आ गया है। आज यह दशा है कि लोग आए दिन मार्ग दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। जल्द से जल्द मार्ग की मरम्मत कराकर आवागमन सुलभ किया जाय। सुदीप श्रीवास्तव ने कहाकि मार्ग निर्माण करने वालों ने बहुत ही गलत कार्य किया है। प्रतापगढ़ और अमेठी जिले को जोड़ने के लिए इस मार्ग का निर्माण किया गया था। जो भी भ्रष्टाचार के जिम्मेदार है। उन पर कार्रवाई की जाए।