छह गांवों में बिछेगी 25 किलोमीटर पेयजल लाइन
परियोजना के तहत चौबीस सौ उपभोक्ता लाभांवित होंगे। शासन ने दो करोड़ रुपये निर्गत किए।
अमेठी : जल जीवन मिशन के तहत छह पेयजल परियोजनाओं का विस्तारीकरण करके उपभोक्ताओं के घर-घर पाइप लाइन बिछाकर जलापूर्ति की जाएगी। शासन स्तर पर बजट जारी होने के बाद विभाग की ओर से विस्तारीकरण का कार्य शुरू करा दिया गया है।
तहसील के कंसापुर ,भगनपुर, रतापुर, भोजपुर, नगरडीह व कोरारीलक्षण शाह में एकल ग्राम योजना के तहत दो दशक पूर्व पेयजल योजना संचालित की गई थी। विभाग की ओर से पानी की टंकी बनाकर उपभोक्ताओं को घर-घर जलापूर्ति की जा रही थी। इसी क्रम में जल निगम ने पानी टंकी को ग्राम पंचायतों के सुपुर्द कर दिया। देखरेख और मरम्मत के अभाव में पेयजल योजना काफी समय से बंद हालत में थी। बहरहाल, नये बजट में ग्राम पंचायत के सभी पुरवों में जलापूर्ति के लिए पाइप लाइन बिछाई जाएगी। इसके अलावा पंप हाउस, ओवरहेड टैंक की मरम्मत होगी। चहारदीवारी जहां नहीं बनी है, वहां उसका निर्माण कराया जाएगा।
कुछ ऐसी होगी व्यवस्था :
संग्रामपुर के कंसापुर गांव में तीस लाख रुपये की लागत से 267 घरों में तीन किलोमीटर चार सौ अस्सी मीटर पाइप लाइन बिछाई जाएगी। भगनपुर गांव में 40 लाख रूपये की लागत से साढ़े तीन किलोमीटर पाइप लाइन 452 घरों तक पहुंचेगी। रतापुर गांव में 35 लाख रुपये की लागत से तीन किलोमीटर दो सौ नब्बे मीटर पाइप लाइन बिछाकर 474 घरों को जलापूर्ति होगी। भोजपुर गांव में 31 लाख रुपये की लागत से चार किलोमीटर पाइप लाइन बिछाकर 282 घरों में पेयजल पहुंचाया जाएगा। नगरडीह गांव में 40 लाख रुपये की लागत से पांच किलोमीटर पाइप लाइन बिछाकर 422 घरों को योजना से जोड़ा जाएगा। कोरारी लक्षण शाह गांव में 33 लाख रुपये की लागत से पांच किलोमीटर पाइप लाइन बिछाकर 298 घरों में जलापूर्ति की जाएगी।
विधायक प्रतिनिधि अमेठी अनंत विक्रम सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री से छह परियोजनाओं के संचालन की मांग की गई थी। बजट जारी हो गया है। मुख्यमंत्री का पत्र मिला है। विभाग को गुणवत्तापूर्ण कार्य कराने का निर्देश दिया गया है। किसी उपभोक्ता को कोई टैक्स नहीं देना होगा। कनेक्शन निश्शुल्क मिलेंगे।
घर-घर होगी पेयजल आपूर्ति :
अधिशासी अधिकारी जलनिगम बीपी सिंह ने बताया कि करीब पच्चीस किलोमीटर पाइप लाइन बिछाकर 24 सौ उपभोक्ताओं के घर-घर तक जलापूर्ति सुनिश्चित होगी। विस्तारीकरण का कार्य शुरू हो गया है। एक माह में कार्य पूरा हो जाएगा। विभागीय अधिकारी इस कार्य की देखरेख कर रहे हैं।