जूता-मोजा व स्वेटर के लिए 110752 छात्रों के अभिभावकों को मिला 1100
सत्यापन में गलत मिला 15108 अभिभावकों के आधार व बैंक खाता नंबर जिले में संचालित 1570 परिषदीय व 91 एडेड विद्यालयों में पढ़ रहे 199225 छात्र।
जागरण संवाददाता, अमेठी : परिषदीय स्कूलों के बच्चे बहुत जल्द ही यूनिफार्म में होने के साथ स्कूल बैग के साथ होंगे। इतना हीं नही सर्दी से निजात पाने के लिए उनके पास जूता-मोजा व स्वेटर भी होगा, क्योंकि बेसिक शिक्षा विभाग छात्रों के अभिभावकों के बैंक खाता में यूनिफार्म, जूता-मोजा, स्कूल बैग व स्वेटर पैसा भेज रही है। इसके लिए बेसिक महकमे के जिम्मेदार लगातार काम कर रहे है। योजना को पारदर्शी बनाने के लिए इस बार सरकार ने छात्रों के अभिभावकों के बैंक खाते में पैसा भेजने का आदेश दिया था। जिसके क्रम में बेसिक शिक्षा विभाग ने अभिभावकों के आधार नंबर व बैंक खाता नंबर एकत्रित कर विभागीय वेबसाइट पर अपलोड कर दिया था। जिसका सत्यापन होने के बाद धनराशि बैंक खातों में भेजी जा रही है। जिले में कुल 1570 परिषदीय व 91 स्कूल एडेड है। जिनमें एक लाख 99 हजार 225 छात्रों को शिक्षण कार्य कराया जा रहा है। इन छात्रों के अभिभावकों को शासन द्वारा दो जोड़ी यूनिफार्म, जूता-मोजा, स्कूल बैग व स्वेटर के लिए निर्धारित 1100 रुपये भेजी जा रही है। विभागीय आकड़ों पर गौर किया जाए, तो एक लाख 89 हजार 692 अभिभावकों के आधार व बैंक खाता नंबर का सत्यापन पूरा हो गया है। जिनमें से एक लाख 10 हजार 752 अभिभावकों के बैंक खाते में 1100 धनराशि पहुंच भी गई है जबकि 15 हजार 108 अभिभावकों के आधार व बैंक खाता नंबर सत्यापन में गलत मिले है। जिन्हें विभाग द्वारा सही कराया जा रहा है। 9865 अभिभावकों का सत्यापन कार्य शेष है।
-एक नजर स्कूलों की संख्या
स्कूल संख्या
प्राथमिक विद्यालय 1139
उच्च प्राथमिक विद्यालय 234
कम्पोजिट विद्यालय 197
-एडेड स्कूलों के आंकड़े
बेसिक एवं माध्यमिक 58
राजकीय 15
मदरसा 05
केजीबीवी 13
-छात्रों की संख्या
परिषदीय स्कूलों में कुल छात्र-181533
एडेड विद्यालयों में कुल छात्रों की संख्या-17692
कुल बालकों की संख्या-101658
कुल बालिकाओं की संख्या-97567
-टॉप टेन में शामिल शामिल हुआ जिला
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा.अरविंद कुमार पाठक ने बताया कि अभिभावकों के बैंक खाते में 1100 की धनराशि भेजने के मामले में जिला प्रदेश में 10वें नंबर पर है। गलत मिले अभिभावकों के आधार व बैंक खाता सही कराने के लिए प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिया गया है।