सरयू नदी के कम्हरिया घाट पर पीपे पुल से आवागमन शुरू
आलापुर (अंबेडकरनगर) तहसील क्षेत्र के कम्हरिया घाट के सरयू नदी पर बने पीपे के पुल से अ
आलापुर (अंबेडकरनगर): तहसील क्षेत्र के कम्हरिया घाट के सरयू नदी पर बने पीपे के पुल से आवागमन शुरू हो गया है। लगभग एक माह विलंब से शुरू हुए आवागमन से क्षेत्रीय जनता को काफी जलालत झेलनी पड़ी। अब तक पुल न शुरू होने से लोगों को बिड़हरघाट व दोहरीघाट के रास्ते आवागमन करना पड़ रहा था। इससे 55 किलोमीटर की दूरी 80 व 110 किलोमीटर में तय करनी पड़ रही थी। इसमें ईंधन व समय ज्यादा व्यय हो रहा था और परेशानी अलग से उठानी पड़ रही थी।
इस पुल से यहां के अलावा गोरखपुर, बस्ती, संतकबीरनगर, आजमगढ़ के लोग लाभान्वित होते हैं। इससे स्थानीय बाजार बेलघाट, कूरी, ऊरूवा बाजार, मदैनिया, गढ़वल, सरयूनगर में कारोबार में प्रगति आएगी। यहां से लकड़ी, गुड, पशु, कपड़े, सब्जी, मूंगफली आदि का कारोबार बड़े पैमाने पर होता है। गणेश तिवारी, सत्यम प्रजाप्रति, विनोद वर्मा, सीताराम आदि ने पुल निर्माण पर खुशी जताई है। लोक निर्माण विभाग गोरखपुर के अवर अभियंता गौरव श्रीवास्तव ने बताया कि इस बार नदी की कटान अधिक होने से धारा की चौड़ाई बढ़ गई थी। हर वर्ष की अपेक्षा 24 पीपा अधिक लगाकर आवागमन शुरू करा दिया गया है।
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-छह माह नौका से होता है आवागमन : कम्हरियाघाट पर छह माह नौका व छह माह पीपे के पुल से आवागमन होता है। 15 जून से 14 दिसंबर तक नाव से तथा शेष दिनों में पीपे के पुल से आवागमन होता है। पुल का निर्माण माह नवंबर में तैयार होकर एक दिसंबर से जनता व छोटे वाहनों के लिए खोल दिया जाता है।
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-पुल से आवागमन पर पथकर माफ: दशकभर से बने पीपे के पुल से इस बार कोई रकम वसूल नहीं होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ताजपोशी के बाद से इस पर पथकर माफ करा दिया गया है।
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-स्थायी पुल आठ वर्ष से अधूरा : कम्हरियाघाट में पीपे के पुल के बगल स्थायी पुल निर्माण आठ वर्ष से लंबित है। इसे तीन वर्ष में बनना था। समय के साथ लागत बढ़ने से दो वर्ष कार्य ठप था। अब कार्यदायी संस्था की प्रति-भूति जब्त होने के बाद नई कार्यदायी संस्था ने निर्माण शुरू किया है।