गाढ़ी कमाई पाने को भटक रहे रिटायर गुरुजी
अंबेडकरनगर : फैजाबाद जनपद से अलग होकर अंबेडकरनगर जिले का गठन होने की तकलीफ बेसिक
अंबेडकरनगर : फैजाबाद जनपद से अलग होकर अंबेडकरनगर जिले का गठन होने की तकलीफ बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों को उठानी पड़ रही है। सेवानिवृत्ति के बाद शिक्षक अपने देयकों का भुगतान पाने से लेकर पेंशन के पुनरीक्षण को लेकर अधिकारियों की चौखट नाप रहे हैं। वहीं सेवा पुस्तिका नहीं मिलने से उनकी समस्या का समाधान होना कठिन हो गया है। करीब 200 सेवानिवृत्त शिक्षकों की सेवा पुस्तिका फिलहाल नहीं मिल रही है। ऐसे में शिक्षक डीएम और बीएसए से लेकर मंडलीय अधिकारियों से लंबी सेवा का हवाला देने के साथ ही गाढ़ी कमाई दिलाने की गुजारिश कर थक चुके हैं।
शासन की मंशा के अनुसार पेंशनरों के पेंशन का संशोधन एवं पुनरीक्षण होना है। ऐसे में सेवा पुस्तिका के बगैर इसे किया जाना संभव नहीं है। जबकि बेसिक शिक्षा विभाग से सेवा निवृत्त हुए करीब दो सौ शिक्षकों की सेवा पुस्तिका नहीं मिलने का दावा शिक्षकों द्वारा किया जा रहा है। बताते चलें कि उक्त शिक्षकों की नियुक्त के दौरान फैजाबाद ही जनपद रहा है। हालांकि अंबेडकनगर जनपद गठन के बाद शिक्षकों की पत्रावलियों के साथ ही सेवा पुस्तिका को भी जिला स्तर पर बेसिक शिक्षा विभाग के पास होना चाहिए था। जबकि फैजाबाद कार्यालय से इसे यहां नहीं भेजा गया। ऐसे में पेंशन की स्वीकृति भी फैजाबाद से ही होती रही। इससे इतर उक्त रिटायर शिक्षकों को पेंशन का भुगतान अंबेडकरनगर के कोषागार से किया जाता है। ऐसे में पेंशन के पुनरीक्षण को लेकर सेवा पुस्तिका के नहीं मिलने पर शिक्षक अधिकारियों की चौखट नापने को विवश है। उत्तर प्रदेशीय सेवानिवृत्त प्राथमिक शिक्षक कल्याण परिषद के जिलाध्यक्ष राम आसरे विश्वकर्मा, महामंत्री दयाराम गोंड तथा कोषाध्यक्ष जंत्री प्रसाद तिवारी कहते हैं कि उक्त समस्या को लेकर बेसिक शिक्षा विभाग के जनपदीय एवं मंडलीय अधिकारियों के अलावा डीएम को भी अवगत कराया गया। हालांकि अभी तक समस्या का समाधान नहीं हुआ। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल कुमार ¨सह तथा वित्त एवं लेखाधिकारी अशोक कुमार ¨सह का कहना है कि प्रकरण संज्ञान में है। इसे जल्द ही निस्तारित किया जाएगा।