Move to Jagran APP

बकाया भुगतान 47 करोड़, अनुपूरक बजट चार करोड़

अंबेडकरनगर : अकबरपुर चीनी मिल मिझौड़ा किसानों की हितैषी बताकर अपनी पीठ थप-थपा रहा

By JagranEdited By: Published: Tue, 28 Aug 2018 09:57 PM (IST)Updated: Tue, 28 Aug 2018 09:57 PM (IST)
बकाया भुगतान 47 करोड़, अनुपूरक बजट चार करोड़
बकाया भुगतान 47 करोड़, अनुपूरक बजट चार करोड़

अंबेडकरनगर : अकबरपुर चीनी मिल मिझौड़ा किसानों की हितैषी बताकर अपनी पीठ थप-थपा रहा है वहीं स्थिति इससे इतर नजर आ रही है। चीनी मिल पेराई सत्र समापन होने के लगभग साढे़ तीन माह बाद भी किसानों के गन्ने का भुगतान करने में असफल रही है। मिझौड़ा चीनी मिल में जिले के गन्ना किसानों का करोड़ों रुपये बकाया है। इस बार प्रदेश सरकार से बकाया भुगतान को पूरा करने के लिए अनुपूरक बजट प्रस्तुत किया लेकिन वह बजट भी जिले के किसानों के लिए ऊंट के मुंह में जीरा के समान है।

loksabha election banner

यहां लगभग 30 हजार किसानों का अभी भी पूरा भुगतान मिल प्रबंधन द्वारा नहीं किया गया है। इसमें कुल 47 करोड़ 32 लाख रूपये बकाया है। वहीं प्रदेश सरकार के अनुपूरक बजट से मिझौड़ा मिल को महज तीन करोड़ 74 लाख रूपये ही मिलेंगे। मिल द्वारा गैर जनपदों के किसानों के लिए अलग बजट का प्राविधान है जो सीजन में मिझौड़ा मिल को गन्ना की आपूर्ति करते हैं। चीनी मिल द्वारा जिले के लगभग 47 हजार किसानों का प्रतिवर्ष गन्ना क्रय करती है। किसान भी गन्ना बेंचने में उसको पसीना बहाना पड़ाता है क्योंकि समय पर पर्ची नहीं मिल पाती है और गेंहू की बोवाई का समय भी निकलता जाता है। वहीं मिल प्रशासन द्वारा गन्ना खरीदने के बाद भुगतान को भी कई बार लटकाए रहते है। ऐसे में किसानों का कोई भी कार्य समय पर नहीं हो पाता है। इस बार प्रदेश सरकार ने गन्ना भुगतान कराने के लिए अनुपूरक बजट प्रस्तुत किया है। इसमें चीनी मिल को कुल पांच करोड़ 74 लाख रूपये मिलेगें लेकिन जिले के किसानों में तीन करोड़ 88 लाख रुपये ही वितरित किये जाएंगे। शेष धन अन्य जनपदों से आने वाले गन्ना किसानों को भुगतान किया जाएगा।

-------------------------

-भुगतान की उठाती रहीं मांगें-

अंबेडकरनगर : भारतीय किसान यूनियन के मंडल अध्यक्ष रणजीत वर्मा ने बताया कि मिल क्षेत्र के किसानों ने बड़ी मेहनत से अरली वैरायटी का गन्ना बोया था, लेकिन शुगर मिल द्वारा कम गन्ने की पिराई के कारण किसानों को अपना गन्ना प्राइवेट मिलों को डालना पड़ रहा है। इससे जहां शुगर मिल को नुकसान उठाना पड़ रहा है, वहीं किसानों को भी भारी नुकसान है। किसान अमरजीत वर्मा ने बताया कि चीनी मिल भी सही ढंग से नहीं चल रही है, जिस कारण अनेक बार ब्रेकडाऊन हो चुका है। इस कारण किसानों को भारी सर्दी में परेशान होना पड़ रहा है। इसके अलावा मनरेगा मजदूर कल्याण समिति सहित विभिन्न संगठनों ने गन्ना भुगतान की मांग को लेकर मिलगेट से लेकर कलेक्ट्रेट तक धरना प्रदर्शन किये हैं।

------------------------

-मिझौड़ा मिल पर 62 करोड़ का बकाया-

अंबेडकरनगर : अकबरपुर चीनी मिल के ऊपर किसानों को 62 करोड़ 39 लाख रूपये बकाया है। इसमें जिले के किसानों में 47 करोड़ 32 लाख रूपये वितरित किये जाएंगे। इसमें लगभग 30 हजार किसानों को दिया जाएगा। शेष धनराशि गैर जनपदों में वितरित किया जाएगा। क्योंकि गैर जनपदों से भी मिल प्रशासन द्वारा गन्ना की खरीदारी की जाती है।

----------------------

गन्ना का भुगतान की प्रक्रिया की जा रही है। पेराई सत्र के अंतिम दौर के समय का भुगतान अभी बाकी है। अनुपूरक बजट में बढ़ोत्तरी का पांच रूपये पचास पैसे के हिसाब से शासन से धन मुहैया कराया जाएगा। अन्य भुगतान जल्द ही किसानों के खाते में भेजा जाएगा।

अर¨वद कुमार ¨सह

मुख्य गन्ना प्रबंधक, अकबरपुर चीनी मिल मिझौड़ा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.