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सावधान! संभलकर चलें,जानलेवा हैं सड़क के गड्ढे

: केस एक: स्थान पुरानी तहसील। समय बुधवार पूर्वाह्न 11 बजे। जिला मुख्यालय की सबसे व्यस्तम सड़क प

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Sep 2018 10:06 PM (IST)Updated: Wed, 19 Sep 2018 10:06 PM (IST)
सावधान! संभलकर चलें,जानलेवा हैं सड़क के गड्ढे
सावधान! संभलकर चलें,जानलेवा हैं सड़क के गड्ढे

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केस एक: स्थान पुरानी तहसील। समय बुधवार पूर्वाह्न 11 बजे। जिला मुख्यालय की सबसे व्यस्तम सड़क पर ही कई जगह गड्ढे बने हैं। मोटरसाइकिल से कलेक्ट्रेट जा रहे रामधीरज का गड्ढे से संतुलन बिगड़ा और वे सामने से आ रहे ई-रिक्शा से टकराते-टकराते बचे। हालांकि अनियंत्रित होकर मोटरसाइकिल से वह गिर पड़े और उन्हें अस्पताल जाना पड़ा।

केस दो- स्थान नगर का ओवर ब्रिज। समय अपराह्न लगभग 12 बजे। मुहर्रम जुलूस के बाद रास्ता खुला तो आवागमन तेज हो गया। बस स्टेशन के समीप ओवरब्रिज पर दो कार आपस में गड्ढे के चलते टकराते बचीं। इसी बीच रामू नामक साइकिल सवार गड्ढे से उछला तो मोटरसाइकिल से टकरा गया। उसे चोट लगी और स्थानीय लोगों की मदद से उसे अस्पताल भेजा गया।

केस तीन : नई सड़क शहजादपुर। मौसम बहार मिष्ठान भंडार के सामने बड़ा गड्ढा है। बुधवार को अपराह्न लगभग एक बजे एक रिक्शा यहां पलटते-पलटते बचा। हालांकि उसमें सवार लोग दूर जा गिरे। इसमें से कुसुम नाम की महिला चोटिल हो गई। उसे उसी रिक्शे से अस्पताल ले जाया गया।

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इस तरह की घटनाएं होना आम बात हो गई है। यह जिला मुख्यालय की सड़कें हैं जो पूरे जिले के लोग आते हैं। दबाव के चलते सड़कें भी जल्द ही टूट जाती हैं, लेकिन एनएचआइ, पीडब्ल्यूडी व नगरपालिका के चक्कर में इनका मरम्मत सही ढंग से नहीं हो पाता है। इस कारण आए दिनों लोगों को दुर्घटना का शिकार होना पड़ता है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी कई सड़कों की हालत बरसात से खराब हो गई हैं। जगह-जगह गड्ढे होने से सड़कों पर चलना जान जोखिम में डालने के समान है। ऐसा तब है जब प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेश के साथ इस जिले की सड़कों को भी गड्ढा मुक्त करने का दावा किया था। बता दें कि शासन की मंशा के अनुसार सड़कों को गडढा मुक्त करने के लिए लोक निर्माण विभाग की ओर से 1650 किलोमीटर सड़कों को सुगम बनाया गया था। इसपर 58 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

जबकि जिला पंचायत की ओर से 126 सड़कों पर तकरीबन छह करोड़ रुपये खर्च करके दुरुस्त किया गया था।

------------------जलजमाव से टूटने लगी सड़कें

-अंबेडकरनगर : सड़क पर जलजमाव के कारण ही गड्ढे होते हैं। जानकार बताते हैं कि सड़क पर पै¨चग के बाद कुछ दिन का वक्त मिलने पर मरम्मत पुख्ता हो जाती है लेकिन बीच-बीच में बरसात होने से कार्य सही डढंग से नहीं हो पाया। इस कारण कई सड़कों के पैच उखड़ गए हैं।

---------------------------एक साल में 13 की मौत, 27 घायल- अंबेडकरनगर : प्रशासन के रिकार्ड में सड़क हादसे में एक साल में मरने वालों की संख्या 13 है और 27 लोग घायल हुए हैं। इनमें से अधिकांश दुर्घटना सड़क में गड्ढों की वजह से हुई है। दूसरे नंबर पर गलत ढंग से वाहन चलाने से दुर्घटना का रिकार्ड है।

-----------------------------लोक निर्माण विभाग की जर्जर सड़कों का मरम्मत जल्द कराया जाएगा। कुछ सड़कें एनएचआइ की हैं। हम अपनी सड़कों का मरम्म्त जल्द करेंगे। इसका प्रस्ताव भेजा गया है।-शंकर्षण लाल, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड


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