आबादी से हटा लीजिए कूड़ा वर्ना पड़ेगा भारी
राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे शहर का कचरा फेंकने के बाद पालिका प्रशासन अब कार्रवाई को लेकर सकते में है।
अंबेडकरनगर: राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे शहर का कचरा फेंकने के बाद पालिका प्रशासन अकबरपुर को मुकदमा दर्ज होने की मुसीबत झेलनी पड़ी है। हालांकि शहर में आबादी के बीच सड़क किनारे तमाम स्थानों पर अभी भी कूड़े का ढेर लगा है। इसे अभी भी पालिका प्रशासन हटाने को तैयार नहीं है। नागरिकों की शिकायत को यदि प्रशासन ने संज्ञान में लिया तो पालिका प्रशासन के लिए यह कूड़ा मुसीबत बढ़ाने वाला होगा। अकबरपुर रेलवे स्टेशन से लेकर शहर के चहुंओर सड़क किनारे तथा ग्रामीणांचल में शहरी कचरे को जैसे-तैसे निस्तारित किया गया है। आबादी के पास कचरा फेंके जाने से दुर्गंध असहनीय है। इससे इतर संक्रामक बीमारियों के फैलने का भी खतरा बना है। उधर हाईवे किनारे कचरा डालने पर प्रशासन की कार्रवाई को देखकर शहरी लोग आबादी के पास से कचरे को हटाने की मांग करने लगे हैं।
रोजाना का कचरा बना बोझ : शहर से रोजाना निकलने वाले कचरे के निस्तारण का पुख्ता इंतजाम नहीं होने से मुसीबत बढ़ती जा रही है। पालिका प्रशासन के लिए इसके निस्तारण की चुनौती बनी है। एक स्थान से दूसरे स्थान पर कचरा हटाने में ही पसीना छूट रहा है। करीब 25 टन तक निकलने वाला कचरा रोजाना खपाना कठिन है। उधर कूड़ा निस्तारण प्लांट को तैयार करने की उम्मीद भी फाइलों में दफन पड़ी है।
इलाकों से कचरा हटाया जा रहा है। इसमें कुछ वक्त लगेगा। कूड़ा निस्तारण के लिए फिलहाल के लिए स्थान देखा जा रहा है।
सुरेश मौर्य, अधिशासी अधिकारी
नगरपालिका, अकबरपुर