नियम पालन का पढ़ा पाठ, फिर भी उड़ा रहे धज्जियां
सड़क सुरक्षा सप्ताह में भी शहर से लेकर गांव तक वाहन चालक मनमानी करते दिखे। कानून व जुर्माने की चिता भी नहीं है।
अंबेडकरनगर : परिवहन विभाग के वातानुकूलित कार्यालय में सुबह से वाहन चालकों को सड़क पर सुरक्षित सफर के नियम व कानून का पाठ पढ़ाने की क्लास चलती रही। इसके विपरीत दफ्तर के बाहर सड़क पर नियम और कानून की खुलेआम धज्जियां उड़ती रहीं। मनमानी और लापरवाही से दंडात्मक कार्रवाई एवं हादसों की भयावहता से परिचित होने के बाद भी चालक बेखौफ दिखे। शहर से लेकर गांव तक ऐसी हिमाकत को रोकने में सरकारी मशीनरी भी उदासीन है।
अकबरपुर शहर के हृदय स्थल शहजादपुर के चारों तरफ कदम-कदम पर मुस्तैद पुलिस की नजरों के सामने से एक ट्रैक्टर और पीछे छत डालने वाली लिफ्टर मशीन पर एक दर्जन से ज्यादा लोग खड़े और बैठे थे। कोई एंगल तो कोई पाइप पर खड़ा दिखा। हल्का धक्का भी लग जाए तो हादसा होना तय है। चालक को भी कानून तथा इसके रखवालों से डर नहीं लगा। इनकी उदासीनता के चलते वह बेखौफ शहर में दाखिल हो गया। जबकि ऑटो चालक अपनी भी सीट पर सवारियां बैठाकर फर्राटा भरते रहे। बाइक पर क्षमता से ज्यादा सवारों का दिखना तो आम बात है।
सुरक्षित सफर का चालकों को मिला प्रशिक्षण : सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत परिवहन विभाग के जिला कार्यालय में ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन हुआ। यहां वाहन चालकों को सड़क पर सुरक्षित वाहन चलाने के बारे में तकनीकी तथा व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया गया। सेव लाइफ फाउंडेशन ने भी चालकों व मोटर ट्रेनिग स्कूलों के संचालकों को जागरूक किया। यात्रीकर अधिकारी विवेक सिंह तथा आरआइ विपिन कुमार ने यातायात नियमों तथा कानूनी कार्रवाई से परिचित कराया। यहां मोटर ट्रेनिग स्कूल के संचालकों समेत 16 वाहन चालक भी उपस्थित रहे। इस दौरान वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग नहीं करने, शराब का सेवन नहीं करने और वाहन किनारे खड़ा करने की सीख दी गई। दिव्यांगों और एंबुलेंस को रास्ता देने का ख्याल रखें।