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कम्हरियाघाट पर पीपे के पुल से आवागमन शुरू

के सहारे आवागमन करते थे। पीपे के पुल बगल पश्चिम स्थायी पुल छह वर्ष से निर्माणाधीन है। क्षेत्रीय जनता की मांग

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 Jan 2020 11:19 PM (IST)Updated: Sun, 19 Jan 2020 06:06 AM (IST)
कम्हरियाघाट पर पीपे के पुल से आवागमन शुरू
कम्हरियाघाट पर पीपे के पुल से आवागमन शुरू

अंबेडकरनगर : एक माह विलंब से घाघरा नदी के कम्हरियाघाट पर पीपे के बने पुल से आवागमन शुरू हो गया। अब नौका का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। अब तक लोग नौका के सहारे आवागमन करते थे। पीपे के पुल बगल पश्चिम स्थायी पुल छह वर्ष से निर्माणाधीन है। क्षेत्रीय जनता की मांग पर दशकभर पूर्व कम्हरियाघाट मे पीपे के पुल का निर्माण किया गया।

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यह पुल 15 दिसंबर से 14 जून तक संचालित होता है। शेष दिनों में लोगों नाव से आवागमन होता है। पहले तो सभी गतिविधियां यहां से संचालित थी, लेकिन पीपे के पुल के निर्माण से गोरखपुर जनपद से संचालित होने लगी। इस पुल के निर्माण से गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती तथा आजमगढ़, अंबेडकरनगर, जौनपुर तक सीधे आवागमन होता है तथा 150 किलोमीटर की दूरी 50 किलोमीटर मे सिमट जाएगी। ईंधन व समय की बचत अलग से होती है। अंयथा लोगों को बड़हलगंज वाया गोरखपुर या बिड़हर घाट वाया गोरखपुर आवागमन करना पड़ेगा। इस वर्ष घाघरा नदी का पानी उत्तर तरफ से बहने के कारण नदी की चौड़ाई अधिक हो गई। इससे 16 पीपे की और जरूरत पड़ गई। इससे एक माह विलंब से इसका संचालन हो सका। इस दौरान प्रयागराज मकर संक्रांति पर स्नान जाने वाले श्रद्धालुओं को काफी जलालत झेलनी पड़ी। इस पुल के निर्माण होने से रामसहाय, मिल्लू, पुजारी, गिरधारी, सुनील मिश्र, अनिल सहित सैकड़ों लोगों ने प्रसन्नता व्यक्त की है। पड़ोसी जनपदों के साथ जिले के लोगों को मिलेगी राहत : कम्हरियाघाट के घाघरा नदी पर पीपे के पुल के निर्माण से बस्ती, संकबीरनगर के अलावा गोरखपुर के गांव महुलिया, शंकरपुर, गुनवतिया, कुरी, बेलघाट तथा तहसील आलापुर के चाड़ीपुर, मदैनिया, गढ़वल, सरयूनगर, सिघलपट्टी, राजेसुल्तानपुर व आजमगढ़ के गांव नंदना, अतरैठ, मखनहा सहित दर्जनों गांवों के लोग लाभांवित होंगे तथा गुड़ सुतरी, तंबाकू, पशु, सब्जी, लकड़ी वस्त्र के व्यवसाय में तेजी आएगी तथा सैकड़ों लोगों को रोजगार मिलेगा। नौका के आवागमन से यह व्यवसाय ठप हो जाता है। मौनी अमावस्या स्नान के लिए प्रयागराज जाते हैं श्रद्धालु : 24 जनवरी को प्रयागराज में मौनी अमावस्या के दिन हजारों लोग इसी पुल से आवागमन करके स्नान करने जाते हैं। पुल के बगल सौ मीटर दूरी पर अकबरपुर व आजमगढ़ परिवहन निगम की डिपो बनाकर काफी मुनाफा कमाता है। यह डिपो एक सप्ताह पहले स्थापित हो जाता है।


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