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पूर्व मंत्री की खुन्नस से तैयार हुई विरोध की पृष्ठभूमि

अंबडकरनगर : मेडिकल कॉलेज में विवाद के पीछे बसपा नेता पूर्व मंत्री लालजी वर्मा से सत्तापक्ष के

By JagranEdited By: Published: Wed, 21 Nov 2018 09:47 PM (IST)Updated: Wed, 21 Nov 2018 09:47 PM (IST)
पूर्व मंत्री की खुन्नस से तैयार हुई विरोध की पृष्ठभूमि
पूर्व मंत्री की खुन्नस से तैयार हुई विरोध की पृष्ठभूमि

अंबडकरनगर : मेडिकल कॉलेज में विवाद के पीछे बसपा नेता पूर्व मंत्री लालजी वर्मा से सत्तापक्ष के बीच चल रही खुन्नस भी जिम्मेदार है। दरअसल इस कॉलेज का निर्माण बसपा शासनकाल में कराया गया था। इस कारण आज भी आम लोगों में इस बात की चर्चा है कि इसका संचालन पूर्व मंत्री के इशारे पर ही होता है। यहां कार्यरत आउटसोर्सिंग के कर्मचारियों को लेकर भी कई बार विवाद होता रहा है। मंगलवार की रात हुए विवाद के बाद प्राचार्य डॉ. पीके ¨सह ने भी इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि इसके पहले भी कई बार यह बात सामने आई है। स्वयं विधायक प्रतिनिधि ने आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को लेकर सवाल किया है। उनका कहना है कि इसी खुन्नस के चलते इस घटना को अंजाम दिया गया। एंबुलेंस कॉलेज की नहीं मिली तो 108 की व्यवस्था की गई थी। दूसरी ओर विधायक प्रतिनिधि श्याम बाबू ने प्राचार्य के आरोपों को बेबुनियाद करार दिया। कहा कि अपनी कमी छुपाने के लिए मामले को नया मोड़ दे रह हैं। तीन घंटे रोकने के बाद भी एंबुलेंस नहीं उपलब्ध कराया गया।

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-विधायक पक्ष से भी दो रिपोर्ट दर्ज-

मेडिकल कॉलेज विवाद मामले में विधायक संजू देवी पक्ष से भी दो रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। पहली रिपोर्ट विधायक परिवार के शिवम गुप्ता ने प्राचार्य डॉ. पीके ¨सह, डॉ. प्रमोद यादव, डॉ. अमित पटेल व छात्रों के समूह पर जानलेवा हमला समेत अन्य धारा में दर्ज की गई है। दूसरी रिपोर्ट एससीएसट एक्ट समेत अन्य धाराओं में दीपक कन्नौजिया ने उपरोक्त लोगों के खिलाफ दर्ज कराई है।

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-विवाद के लिए दोनों पक्ष जिम्मेदार : जंग बहादुर

सपा छात्रसभा के जिलाध्यक्ष जंग बहादुर यादव ने मेडिकल कॉलेज में हुए विवाद के लिए दोनों पक्षों को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि सत्ता पक्ष के लोगों ने जो विवाद मेडिकल कॉलेज में किया वह अनुचित है, लेकिन कॉलेज प्रशासन को भी एंबुलेंस उपलब्ध करा देना चाहिए था। उन्होंने इस घटना को प्रदेश में गिरती कानून व्यवस्था का नजीर करार दिया।


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