चार नई पौधाशाला की सौगात, 33 लाख रोपें जाएंगे पौधे
अंबेडकरनगर : जीवन को निरोग एवं वातावरण को शुद्ध बनाने के लिए पर्यावरण का संरक्षण करना
अंबेडकरनगर : जीवन को निरोग एवं वातावरण को शुद्ध बनाने के लिए पर्यावरण का संरक्षण करना अनिवार्य है। बढ़ते प्रदूषण और आधुनिकता की चकाचौंध मैं बढ़ते हुए संसाधनों से सभी जीवों पर इसका असर दिखाई दे रहा है। इस गंभीर समस्या से निजात दिलाने के लिए पेड़ पौधों को रोपित करना व उनकी सुरक्षा करके ही हम लोग पर्यावरण संरक्षण आसानी से कर सकते हैं। इन्हीं उद्देश्यों को लेकर वन विभाग भी नए साल में चहुंओर हरियाली फैलाने की मुहिम चलाएगा। जिले में वन एरिया बढ़ाने के लिए वर्ष 2019 में 33 लाख 77 हजार विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाए जाएंगे। इसके अलावा झांकी, गोष्ठियां, गौरैया संरक्षण, जंगली पशु तस्करी रोकने आदि कार्यक्रमों के तहत लोगों में जागरूकता फैलाई जाएगी। अवैध कटान रोकने के लिए वन विभाग सख्ती बरतने को तैयार हुआ है। वन विभाग पौधरोपण के बाद ही कटान की अनुमति देगा और नए वर्ष पर लगाने का भी सत्यापन कराया जाएगा। लोग अपनी जरूरतों को बढ़ाने के लिए आए दिन नए-नए संसाधन अपना रहे हैं। इसका नतीजा वातावरण में प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है। इस वर्ष जिले में 33 लाख 77 हजार पौधों का रोपण किया जाएगा। इसलिए विभाग के पास आठ पौध नर्सरी है, इसको इस वर्ष से बढ़ाकर 12 नर्सरी की जाएगी। इसके लिए विभाग जमीन की तलाश भी कर रहा है। पर्यावरण की समस्या से निदान पाने के लिए वृक्षों के माध्यम से ही वातावरण को शुद्ध किया जा सकता है। वृक्षों में वन अच्छादन को बढ़ाने के लिए बीते वर्ष लगभग 11 लाख पौधों का रोपण किया गया थ,। लेकिन वर्ष 2019 में यह आंकड़ा तीन गुना बढ़ चुका है। इसके लिए 18 विभागों द्वारा पौधरोपण किया जाएगा। इसमें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 15 अगस्त को ही लगभग 17 हजार पौधरोपण एक दिन में ही किया जाएगा। शेष पौधों का रोपण वर्षाकाल में किया जाएगा। जिसमें वन विभाग के अलावा कृषि, उद्यान, शिक्षा, लोक निर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, भूमि संरक्षण विभाग, जल संसाधन विभाग सहित विभिन्न विभाग शामिल हैं। इसमें नीम, आंवला, पीपल, बरगद, कदम, यूकेलिप्टस के अलावा फूलों के पौधों का रोपण भी किया जाएगा।
-----------------------
-पौधों के साथ पक्षियों की होगी रखवाली
अंबेडकरनगर : पर्यावरण की सुरक्षा के लिए आवाम में जागरूकता फैलाने के लिए आगामी 26 जनवरी को वन विभाग के माध्यम से झांकी निकाली जाएगी, गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा दो फरवरी को बर्ड फेस्टिवल भी मनाया जाएगा। जिसमें हमारे विलुप्त हो रहे पक्षियों को सहेजने की जागरूकता पक्षी वैज्ञानिकों एवं वन विभाग के अधिकारियों द्वारा लोगों को जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा जून और जुलाई माह में सभी ब्लॉकों पर गोष्ठी आयोजित की जाएगी। इसमें वृक्षों की देखरेख व अन्य जीवों की सुरक्षा के बाबत लोगों को बताया जाएगा। इसके अलावा जंगली जानवरों को मारने पर प्रतिबंध के बाबत भी सख्ती की जाएगी। पर्यावरण दिवस आगामी 5 जून को मनाया जाता है, इस दिन भी वन विभाग के अलावा जिले के सभी विभाग पौधरोपण के करेंगे। इसकी तैयारी के लिए विभाग ने अपने सभी वन रेंजरों को निर्देशित किया गया है।
------------------------
-कछुआ तस्करों को पकड़ने के लिए टीम का होगा गठन
अंबेडकरनगर : रात में हरे व फलदार वृक्षों की कथा ना हो इसके लिए वन विभाग ने जिले में चार टीमों का गठन किया है जो गश्त के दौरान वृक्षों के कटान रोकने के साथ अवैध लकड़ी कछुआ व प्रतिबंधित जीवों का बाहर भेजने वाले गिरोह पर नजर लगाएंगे। जिले में कुल 69 आरा मशीनों को लाइसेंस प्रदान किया गया है। विभाग के मुताबिक इस वर्ष भी आरा मशीनों का लाइसेंस बढ़ने के साथ निगरानी टीम भी बढ़ाई जाएगी।
---------------------------
इस वर्ष पौध लगाने का लक्ष्य काफी बढ़ा है। इसकी विभागीय तैयारी चल रही है। इस वर्ष प्रदेश में 22 करोड़ पौध रोपण किया जाएगा। इसमें जिले में 33 लाख से अधिक का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। पौधशाला भी बढ़ाया लाएगा ताकि पौध आसानी से मिल सके।
गंगा प्रसाद
प्रभागीय वनाधिकारी, अंबेडकरनगर