धारदार हथियार से अंगभंग कर वृद्धा की हत्या
अंबेडकरनगर : वृद्धा की जीभ काटी और धारदार से हथियार से सिर पर हमला कर हत्या कर दी
अंबेडकरनगर : वृद्धा की जीभ काटी और धारदार से हथियार से सिर पर हमला कर हत्या कर दी गई। मामले की जानकारी होने पर परिजन घायल को सीएससी लेकर पहुंच। यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस को घटना की सूचना तथा पोस्टमार्टम कराए बगैर ही परिवारीजन सुबह वृद्धा का अंतिम संस्कार करने निकल पड़े। वहीं घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने रास्ते में रोक शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतका के पुत्र ने अज्ञात हत्यारों के विरुद्ध तहरीर दिया है। घटना जहांगीरगंज थाना क्षेत्र के तिलक टंडा गांव की है।
गांव निवासी चौथी प्रजापति की 70 वर्षीय पत्नी मेवाती देवी गुरुवार की रात अपने आवास के अगले हिस्से में छप्पर के नीचे सो रही थी। बगल दूसरे छप्पर में उनके पति चौथी सो रहे थे। रात के आखिरी पहर में मृतका के कराहने की आवाज पर चौथी जागे और नजदीक जाकर देखा तो मेवाती घायलावस्था में खून से लथपथ पड़ी कराह रही थी। चौथी ने पड़ोसी अन्य लोगों की मदद से जहांगीरगंज कस्बे में रह रहे अपने पुत्र व अन्य परिजनों को सूचना दिया। इसके बाद गंभीर रूप से घायल मेवाती को सीएचसी जहांगीरगंज पहुंचाया। यहां से जिला अस्पताल लेकर जाने की तैयारी के दौरान ही मेवाती की मौत हो गई। परिवारीजनों ने घटना की सूचना पुलिस को नहीं दी और पोस्टमार्टम भी नहीं कराया गया। यही नहीं चिकित्सायल की ओर से भी पुलिस को घटना की जानकारी नहीं दी गई। परिवारीजन अस्पताल से शव लेकर वापस घर लौट आए और शुक्रवार को सुबह अंतिम संस्कार के लिए शव लेकर निकल पड़े। घर से थोड़ी ही दूर निकले थे कि पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतका की जीभ कटी होने के साथ कनपटी के हिस्से में धारदार हथियार से वार किए जाने के निशान मिले हैं। इसके अलावा हत्यारे ने वृद्धा का चेहरा भी विकृत करने का प्रयास किया था। पुलिस ने मौके से खून से सने बिस्तर के कुछ हिस्से मिट्टी आदि के नमूना लिया। मृतका के पुत्र श्रीराम प्रजापति ने पुलिस को अज्ञात के विरुद्ध तहरीर दी है। थानाध्यक्ष बीडी तिवारी ने बताया कि कार्रवाई की जा रही है।
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-परिवारीजन की भूमिका संदिग्ध-
जहांगीरगंज : मेवाती देवी की हत्या को लेकर रहस्य गहरा गया है। इसमें परिवारीजनों की भूमिका ही संदिग्ध लग रही है। वजह हत्या की घटना के बाद भी जहांगीरगंज कस्बे में रह रहे परिजनों को पहले वृद्धा के वाहन की टक्कर लगने से घायल होने की सूचना मिली। इसके बाद पुलिस को सूचित किए बिना ही सीएचसी से शव लेकर घर चले आए और आनन-फानन में अंतिम संस्कार करने की तैयारी में थे। हालांकि परिवारीजन का कहना था कि पोस्टमार्टम में शव की दुर्दशा न हो इसलिए पुलिस को सूचित नहीं किया गया। जबकि मृतका ने एक कान और पैर से सोने की बाली व पायल गायब था। जबकि दूसरे पैर और कान में जेवर मौजूद था। ऐसे में लूट की घटना संभव नहीं लगती। वहीं दूसरी ओर हत्या किए जाने को लेकर जीभ काटना तथा चेहरे को विकृत करना भी सवाल खड़ा कर रहा है।