दस करोड़ से सरपट दौड़ेगी मध्याह्न भोजन योजना
अंबेडकरनगर मौसम के मिजाज में लगातार उठापटक जारी है। शनिवार की सुबह चटख धूप के बीच होने के बाद भी दिन चढ़ने के साथ ही आसमान पर काले बादलों ने डेरा डाल दिया। सर्द हवाएं चलने के साथ बारिश के आसार बने हैं। गत दिनों मौसम के मिजाज में होने के बाद फिर से तापमान में गिरावट दर्ज हुई। जिले का तापमान न्यूनतम नौ डिग्री सेल्सियस व अधिकतम 20 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में बादल छाए रहने का अनुमान लगाया है।
अंबेडकरनगर : बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय विद्यालयों समेत बेसिक एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग से वित्त पोषित विद्यालयों में मध्याह्न भोजन योजना को सरपट दौड़ाने के लिए बजट मिल चुका है। खुद की जेब और उधारी पर एमडीएम चलाने वाले शिक्षकों के साथ ही रसोइया मजदूरों के लिए खुशखबरी है।
शासन ने विगत नवंबर माह से मौजूदा मार्च माह के अंत तक के लिए करीब दस करोड़ रुपये का बजट जारी किया है। इससे कन्वर्जन कास्ट और रसोइया मजदूरों के बकाया भुगतान किया जाएगा। हालांकि आगामी अप्रैल माह से एमडीएम संचालन की व्यवस्था फिर से जुगाड़ की व्यवस्था के हवाले चलेगी। अभी जिले में कन्वर्जन कास्ट की कमी से महज सात स्कूलों में एमडीएम बाधित है। मध्याह्न भोजन योजना के जिला समन्वयक सत्य प्रकाश मौर्य ने बताया शासन से नौ करोड़ नौ लाख 25 हजार रुपये का बजट जारी हुआ है। इससे गत नवंबर माह से मौजूदा मार्च माह के अंत तक प्राथमिक विद्यालयों को चार करोड़ 99 लाख 92 हजार रुपये कन्वर्जन कास्ट का भुगतान किया जाएगा। इसके अलावा उच्च प्राथमिक विद्यालयों के लिए दो करोड़ 57 लाख 53 हजार रुपये का भुगतान होगा। रसोइया मजदूरों के बकाया मानदेय समेत मौजूदा माह के भुगतान के लिए एक करोड़ 51 लाख 80 हजार रुपये का बजट भी मिला है। बताते चलें कि एमडीएम संचालन के लिए जनपद में प्रति माह करीब डेढ़ करोड़ रुपये का खर्च आता है। लिहाजा अभी तक मिली धनराशि के सापेक्ष करीब साढ़े सात लाख रुपये अधिक मिला है। ऐसे में अप्रैल माह से फिर से शिक्षकों को जुगाड़ की व्यवस्था पर एमडीएम का संचालन करना होगा। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि कन्वर्जन कास्ट तथा रसोइया मानदेय को होली पर्व से पहले भुगतान करने का सख्त निर्देश दिया गया है।