मन्यू के अनुसार नहीं मिल रहा भोजन, उपस्थिति भी खराब
अंबेडकरनगर : नववर्ष के दूसरे दिन शिक्षा क्षेत्र जहांगीरगंज के परिषदीय विद्यालयों में बच्चों क
अंबेडकरनगर : नववर्ष के दूसरे दिन शिक्षा क्षेत्र जहांगीरगंज के परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति में सुधार नहीं आ रहा है। जबकि मन्यू के अनुसार मध्याह्न भोजन भी बच्चों को स्कूलों में नहीं दिया जा रहा है। बुधवार को बच्चों को दूध भी नहीं पिलाया गया।
²श्य एक : प्राथमिक विद्यालय भरतपुर में प्रधानाध्यापक जगन्नाथ मौर्य सहित सभी शिक्षक उपस्थित थे। विद्यालय में पंजीकृत 109 बच्चों के सापेक्ष महज 85 ही आए थे। विद्यालय में ड्रेस, जूता, मोजा दिया जा चुका है। हैंडपंप रिबोर होन के बावजूद दूषित पानी दे रहा है।
²श्य दो : प्राथमिक विद्यालय साबितपुर में प्रधानाध्यापक दीनदयाल ¨सह सहित सभी शिक्षक उपस्थित थे। विद्यालय में पंजीकृत 230 के सापेक्ष 168 बच्चे ही उपस्थित पाए गए। सहायक अध्यापक प्रवीण कुमार व शशि गुप्ता, शिक्षामित्र चमेला व कंचन देवी बच्चों को पढ़ाती मिली। ड्रेस, स्वेटर, जूता, मोजा बंट चुका है।
²श्य तीन : उच्च प्राथमिक विद्यालय साबितपुर में 264 के सापेक्ष महज 181 बच्चे ही आए। विद्यालय की चहारदीवारी का निर्माण जनसहयोग से करवाया गया बताया गया। परिसर में स्थापित पुराना भवन जर्जर हो चुका है, जो किसी भी समय अप्रिय घटना को अंजाम दे सकता है। प्रधानाध्यापक नागेंद्र प्रसाद मिश्र ने बताया कि बच्चों को स्वेटर, जूता, मोजा, ड्रेस सभी को बंट चुका है। शिक्षक श्याम कुंवर यादव, चंदन कुमार राय, यशपाल ¨सह, जयशंकर मौर्य सभी बच्चों को कक्षों में पढ़ाते मिले।
²श्य चार : प्राथमिक विद्यालय मुड़ियारी में 71 बच्चों के सापेक्ष 58 ही उपस्थित मिले। चहारदीवारी का निर्माण नहीं हुआ है। शौचालय साफ था। बच्चे स्कूल के बरामदे में जमीन पर बैठकर भोजन करते मिले। मीनू के अनुसार बच्चों को तहरी व दूध पिलाना था, लेकिन बच्चों को चावल दाल परोसा गया था। बच्चों से दूध के बारे में पूछने पर बताया कि कभी भी दूध नहीं दिया जाता है। शिक्षक सुमन कुमार व फूला देवी मौजूद थीं। प्रधानाध्यापक मोहम्मद इरशाद से मध्याह्न भोजन के मीनू के बारे में पूछने कुछ भी नहीं बता सके। -----------------------------------------परिषदीय स्कूलों में पढ़ाई के साथ अन्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए हरसंभव प्रयास चल रहा है। जहां भी गड़बड़ी अथवा शिकायत मिली। जांच के बाद संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पठन-पाठन हरहाल में गुणवत्तापूर्ण होना चाहिए।
-अतुल कुमार ¨सह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी