अंबेडकरनगर : आश्वासन के बाद काम पर लौटे मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स
टांडा विधायक प्रतिनिधि श्यामबाबू आदि से हुए विवाद के बाद एक साथ 27 डॉक्टरों ने अपने पद से सामूहिक त्यागपत्र दे दिया था।
अंबेडकरनगर (जेएनएन)। महामाया राजकीय मेडकिल कॉलेज में मंगलवार की रात विधायक प्रतिनिधि श्यामबाबू के साथ हुए विवाद के बाद हुई आगजनी, फायरिंग आदि मामले को लेकर बुधवार से हड़ताल कर रहे डॉक्टर व कर्मचारी गुरुवार को डीएम सुरेश कुमार व एसपी विपिन कुमार मिश्र के साथ हुई बैठक में मिले प्रभावी कार्रवाई के आश्वासन के बाद काम पर लौट आए हैं। बता दें कि घटना के दूसरे दिन डॉक्टर व कर्मचारियों की हड़ताल से मेडकिल कॉलेज में भर्ती मरीजों के अलावा अन्य सेवाएं ठप कर दी गई थी और विरोध स्वरूप सभी लोग हड़ताल पर चले गए थे। इतना ही नहीं 27 डॉक्टरों के सामूहिक इस्तीफे के बाद जिला प्रशासन भी सकते में आ गया था। यहां प्रतिदिन ढाई से तीन हजार मरीजों की ओपीडी भी होती है। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएम व एसपी ने मौके पर पहुंच कर कॉलेज प्रशासन से वार्ता की। श
प्राचार्य की मौजूदगी में अलग-अलग संकाय के प्रमुखों को भी बैठक में शामिल किया गया। कॉलेज प्रशासन की तीन मांगों में विशेष कर सुरक्षा पर अधिक जोर दिया गया। अधिकारियों ने प्राचार्य समेत पूरे स्टाफ को आश्वस्त किया कि किसी भी दशा में यहां का माहौल खराब नहीं होने दिया जाएगा। हरसंभव सहयोग भी दिया जाएगा। इसके बाद प्राचार्य ने उपस्थित संकाय प्रतिनिधियों व छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि जिला प्रशासन ने हमारी मांगों पर प्रभावी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। हम सभी संतुष्ट हैं। इसलिए हड़ताल वापस ले ली गई है। सभी डॉक्टर व कर्मचारी काम पर लौट आए हैं। अब त्यागपत्र का कोई औचित्य नहीं रहा। वार्ता के बाद देरशाम मेडिकल कॉलेज की सेवाएं पुन: शुरू कर दी गईं।वार्ता में सीओ केके मिश्र, डॉ. अमित पटेल, डॉ. राजेश्वर यादव, डॉ. प्रमोद यादव आदि भी मौजूद रहे।
और प्रभावी होगी पुलिस चौकी, थानाध्यक्ष भी करेंगे गश्त
राजकीय मेडकिल कॉलेज की सुरक्षा को लेकर एसपी विपिन कुमार मिश्र ने कहा कि यहां पुलिस चौकी स्थापित है। उसे और सक्रिय किया जाएगा। साथ ही थानाध्यक्ष अलीगंज को भी निर्देशित किया गया है। अब रात में वह भी यहां नियमित गश्त करेंगे।
नहीं होने दी जाएगी गुंडई, मिलेगा पूरा सहयोग : डीएम
जिलाधिकारी सुरेश कुमार ने वार्ता के बाद कहा कि मेडकिल कॉलेज में किसी प्रकार की अराजकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। गुंडई नहीं होने पाएगी। डॉक्टर व कर्मचारी सेवाभाव से अपना दायित्व निभाएं उन्हें पूरा सहयोग किया जाएगा। चिकित्सकों के परिजनों को भी अधिकारियों ने सुरक्षा का भरोसा दिलाया।
समाप्त होंगे दोनों पक्षों के मुकदमें : एसपी
पुलिस अधीक्षक विपिन कुमार मिश्र ने कहा कि दोनों पक्षों से दर्ज मुकदमें आपसी सहमति से समाप्त किए जाएंगे। हालांकि अभी एक-एक मामले में सहमित हुई है। कॉलेज पक्ष से घायल कर्मचारी द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमें व दूसरे पक्ष में दीपक कन्नौजिया द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमें विचाराधीन रहेंगे।
हिरासत में रहे दोनों पक्ष निजी मुचलके पर रिहा
एसपी विपिन कुमार मिश्र ने कहा कि हिरासत में लिए गए विधायक प्रतिनिधि के साथ दोनों पक्षों के लोगों को निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया है। प्राचार्य को प्रकरण में शामिल नहीं किया गया था।उन्हें सुरक्षा दी गई है। प्रशासन पूरे मामले में कार्रवाई कर रहा है। फिलहाल अब कोई विवाद नहीं है।
मंत्री ने की जिला प्रशासन के कार्य की सराहना
चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन वार्ता के दौरान ही मौजूद अधिकारियों से प्रकरण को लेकर वार्ता की। इस दौरान पूरे मामले में त्वरित व प्रभावी कार्रवाई के बाद कॉलेज में स्वास्थ्य सेवाएं सुचारू कराने में महती भूमिका निभाने में जिलाधिकारी व एसपी की सराहना की।
यह है पूरा मामला
अंबेडकरनगर में मामला अलीगंज थाना क्षेत्र के टांडा अकबरपुर मार्ग पर सद्दरपुर में संचालित महामाया एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज का है। मंगलवार देर रात टांडा से भाजपा विधायक संजू देवी की वृद्ध सास को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज लाया गया था। डॉक्टर्स ने उनकी सास की हालत नाजुक देखते हुए लखनऊ रेफर कर दिया। लेकिन ले जाने के लिए एंबुलेंस का चालक न मिलने पर मौके पर मौजूद विधायक प्रतिनिधि श्याम बाबू गुप्त आदि नाराज हो गए। आरोप है कि पहले तो इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर्स से मारपीट की। इसके बाद प्राचार्य पीके सिंह पहुंचे तो विवाद बढ़ गया। मेडिकल कॉलेज प्रशासन के अनुसार विधायक समर्थकों ने प्राचार्य पीके सिंह व प्रोफेसर डॉक्टर प्रमोद तिवारी को असलहे के बल पर उनके आवास से एमरजेंसी में लाकर बंधक बना लिया। जिसकी सूचना पर कॉलेज के छात्रों ने भी हंगामा करना शुरू कर दिया। इस मौके पर पहुंचे सीओ टांडा केके मिश्रा ने पुलिस के सहयोग से प्राचार्य व डॉक्टर को बंधक मुक्त कराया।
विधायक समर्थकों की तरफ से फायरिंग भी की गई, जिससे अरविंद कुमार नामक कर्मचारी के कंधे पर गोली भी लग गई। भड़के छात्रों ने भी जमकर हंगामा करते हुए विधयाक समर्थकों की दो गाडिय़ों को आग के हवाले कर दिया। तीसरी गाड़ी को भी आग लगाने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो सके। मौके पर आधा दर्जन से अधिक थानों की पुलिस पहुंच गई। हल्का बल प्रयोग कर सभी को भगाया गया। करीब दो घंटों से अधिक तक चले बवाल से पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई। मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए विधायक प्रतिनिधि श्यामबाबू गुप्ता समेत नौ लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था। डॉक्टर की ओर से अलीगंज थाने में रिपोर्ट की गई है। विधायक प्रतिनिधि ने कहा कि पूरे मेडिकल कॉलेज में अराजकता का माहौल है। यहां पर तो उपचार के अलावा सब काम होता है।