त्वरित न्याय की व्यवस्था को उठाई आवाज
अंबेडकरनगर : देशभक्त न्याय पार्टी के तत्वाधान में बौद्ध धर्म एक वैज्ञानिक धर्म विषय पर गोष्ठी का
अंबेडकरनगर : देशभक्त न्याय पार्टी के तत्वाधान में बौद्ध धर्म एक वैज्ञानिक धर्म विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता संगठन के जिलाध्यक्ष आज्ञाराम पटेल ने तथा संचालन अब्दुल मोबिन कुरैशी ने किया। मुख्य अतिथि के तौर पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष परसराम पटेल ने यहां अपने विचार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि बौद्ध धर्म एक वैज्ञानिक धर्म है। बौद्ध धर्म के पंचशील में झूठ नहीं बोलना, चोरी, भ्रष्टाचार नहीं करना, हत्या नहीं करना, नशा नहीं करना, व्यभिचार नहीं करना सिद्धांत का पालन करने से भारत से दुख दूर होगा। विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय महासचिव टाइगर राम निहोर पटेल ने बताया कि बौद्ध धर्म विपश्यना की खोज कर प्रत्येक भारतवासी को रोगों से मुक्त करने में जुटा है। पूरे विश्व में विपश्यना के 180 केंद्र तथा भारत में 80 केंद्र खोले गए हैं। उत्तर प्रदेश के कानपुर, लखनऊ, श्रावस्ती, वाराणसी में केंद्र की स्थापना कर लोगों को रोग मुक्त करने में लगा है। गोष्ठी में रामनयन, आरबी यादव, बीआर पटेल, बीआर चौधरी, प्रहलाद वर्मा, सुभावती पटेल, सीता पटेल, संजय टाइगर, राधेश्याम पटेल, मोतीलाल पटेल व सच्चिदानंद आज मौजूद रहे। इसके अलावा प्रत्येक न्याय पंचायत स्तर पर न्यायालयों की स्थापना करने की मांग हुई। प्रत्येक अदालत पर सात दिन के भीतर न्याय दिलाना सुनिश्चित किया जाए। समयानुसार न्याय नहीं देने वाले को सेवा से हटा कर उसकी संपत्ति को जब्त कर जेल भेजने की व्यवस्था की जाए। इससे सभी को संविधान के अनुसार सस्ता और त्वरित न्याय मिलेगा। संगठन की प्रमुख मांगों में सभी को समान शिक्षा तथा मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा, नशा, भ्रष्टाचार, अपराध, बेरोजगार मुक्त भारत बनाने की मांग की गई। ग्रामीण क्षेत्र में ¨सचाई का पानी प्रत्येक खेत तक मुफ्त में पहुंचा और शहरों की तरह संपूर्ण सुविधा उपलब्ध कराएं। नस्लवाद तथा आतंकवाद को समाप्त किया जाए। युवाओं को सभी क्षेत्रों में समान अवसर मिले। आरक्षण आबादी के अनुसार सभी समाज के कमजोर लोगों को मिले और सभी को संपत्ति की जांच कर राष्ट्रीय डाटा बनाया जाए।