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14 अदालतों में एक ही दिन 2205 मामले निस्तारित

कर किया। इसमें कुल 14 अदालतें लगाई गई। जिला जज ने आठ वादों का निस्तारण किया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 08 Feb 2020 10:28 PM (IST)Updated: Sat, 08 Feb 2020 10:28 PM (IST)
14 अदालतों में एक ही दिन 2205 मामले निस्तारित
14 अदालतों में एक ही दिन 2205 मामले निस्तारित

अंबेडकरनगर : उत्तर प्रदेश विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर शनिवार को जनपद न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। उद्घाटन जिला जज अमरजीत त्रिपाठी ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीपार्चन व पुष्पार्चन कर किया। इसमें कुल 14 अदालतें लगाई गईं। जहां सुनावाई के बाद 2205 मामलों का निस्तारण किया गया।

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जिला जज ने आठ वादों का निस्तारण किया। अपर जिला जज (प्रथम) अनमोल पाल ने पांच वादों का निस्तारण करते हुए बिजली चोरी में चार हजार रुपये का अर्थदंड व चार लाख 50 हजार रुपये की क्षतिपूर्ति दिलाया। प्रधान न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय महेंद्र सिंह पवार ने आठ वादों का निस्तारण किया। दो दंपती जो वर्षों से अलग थे एक साथ रहने को राजी हुए। इन्हें जनपद न्यायाधीश एवं प्रधान न्यायाधीश पारिवारिक ने आशीर्वाद देकर न्यायालय से विदा किया। विशेष न्यायधीश अपर पारिवारिक न्यायालय निरुपमा विक्रम ने तीन पारिवारिक वादों का निस्तारण किया। विशेष न्यायाधीश अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार अधिनियम अखिलेश्वर प्रसाद मिश्र ने एक वाद का निस्तारण करते हुए 500 रुपये का अर्थदंड लगाया। अपर जिला जज (पंचम) वीरेंद्र कुमार ने एक मोटर वाहन दुर्घटना वाद का निस्तारण करते हुए तीन लाख 10 हजार रुपये पीड़ित पक्षकार को क्षतिपूर्ति दिलाया। अपर जिला जज त्वरित (प्रथम) फरीदा बेगम ने चार वादों का निस्तारण करते हुए एक हजार रुपये अर्थदंड लगाया। अपर जिला जज त्वरित (द्वितीय) पूजा विश्वकर्मा ने दो मोटर दुर्घटना वादों का निस्तारण करते हुए सात लाख रुपये प्रतिकर पीड़ित पक्षकारों को दिलाया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट धीरेंद्र सिंह ने 301 वादों का निस्तारण करते हुए एक लाख 81 हजार 700 रुपये अर्थदंड, सिविल जज (सीडि) अशोक कुमार ने 311 फौजदारी तथा आठ उत्तराधिकार सहित 319 वादों का निस्तारण करते हुए 14 हजार 240 रुपये का अर्थदंड व 82 लाख 89 हजार 14 रुपये का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र जारी किया। सिविल जज (जूडि) प्रफुल्ल कुमार चौधरी ने 107 वादों का निस्तारण करते हुए 6500 रुपये अर्थदंड, जेएम टांडा प्रीतिभूषण ने 106 वादों का निस्तारण करते हुए 15 हजार 600 रुपये अर्थदंड आरोपित किया। न्यायिक मजिस्ट्रेट विराटमणि त्रिपाठी ने 236 वादों का निस्तारण करते हुए 18 हजार 590 रुपये अर्थदंड आरोपित किया। न्यायिक मजिस्ट्रेट (त्वरित) अजय कुमार मिश्र ने 189 वादों का निस्तारण करते हुए 7350 रुपये अर्थदंड आरोपित किया।

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वसूला गया एक करोड़ 22 लाख 81 हजार 279 रुपये : विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अशोक कुमार ने बताया राष्ट्रीय लोक अदालत में बैंकों व बीएसएनएल ने प्री-लिटिगेशन के 7787 वादों को नियत किया था। इसमें से 915 वादों का निस्तारण करते हुए चार करोड़ 64 लाख छह हजार 827 रुपये का समझौता किया। इसमें एक करोड़ 22 लाख 81 हजार 279 रुपये तत्काल वसूला गया। न्यायिक अधिकारी सृष्टि त्रिपाठी, अमरनाथ, अलका सिंह, बैंक ऑफ बड़ौदा के अग्रणी जिला प्रबंधक आशीष सिंह, चंदन, संतोष आदि मौजूद रहे।


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