Move to Jagran APP

13 अदालतों पर 2328 वादों का निस्तारण

सिविल जज जूनियर डिविजन प्रफुल्ल कुमार चौधरी द्वारा 212 वादों का निस्तारण करते हुए छह हजार साठ रुपये का अर्थदंड लगाया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 14 Dec 2019 10:53 PM (IST)Updated: Sun, 15 Dec 2019 06:09 AM (IST)
13 अदालतों पर 2328 वादों का निस्तारण
13 अदालतों पर 2328 वादों का निस्तारण

अंबेडकरनगर : उत्तर प्रदेश विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर शनिवार को दीवानी न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। उद्घाटन जनपद न्यायाधीश अमरजीत त्रिपाठी ने मां सरस्वती के प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित व पुष्पार्चन कर किया। राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 13 अदालतें लगाई गईं। जनपद न्यायाधीश ने चार वादों का निस्तारण करते हुए पीड़ित पक्षों को नौ लाख 25 हजार रुपये का प्रतिकर दिलाया।

loksabha election banner

अपर जिला न्यायाधीश अनमोल पाल ने आठ वादों का निस्तारण किया तथा दो दंपती जो कि वर्षाें से अलग-अलग रह रहे थे उनको एक साथ रहने के लिए राजी कर विदा किया। विशेष न्यायाधीश निरूपमा विक्रम ने दो पारिवारिक वादों का निस्तारण किया। अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार अधिनियम न्यायाधीश अखिलेश प्रसाद मिश्र ने पांच वादों का निस्तारण किया। अपर जिला जज पंचम बीरेंद्र कुमार ने दो मोटर वाहन दुर्घटना वादों का निस्तारण कर पीड़ित पक्षकारों को छह लाख 50 हजार रूपये क्षतिपूर्ति दिलाया। अपर जिला जज त्वरित प्रथम फरीदा बेगम द्वारा एक वाद का निस्तारण किया गया। अपर जिला जज त्वरित द्वितीय विशेष न्यायाधीश द्वारा एक वाद का निस्तारण कर दो लाख 50 हजार क्षतिपूर्ति के रूप में दिलाया गया।

सिविल जज सीनियर डिवीजन अशोक कुमार ने 583 वादों का निस्तारण करते हुए 37 हजार 40 रुपये का अर्थदंड व 99 लाख छह सौ अट्ठाइस रुपये का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र जारी किया गया। सिविल जज जूनियर डिविजन प्रफुल्ल कुमार चौधरी द्वारा 212 वादों का निस्तारण करते हुए छह हजार साठ रुपये का अर्थदंड लगाया। जेएम टांडा प्रीति भूषण द्वारा कुल 306 वादों का निस्तारण करते हुए 21 हजार रुपये का अर्थदंड लगाया है।न्यायिक मजिस्ट्रेट विराटमणि त्रिपाठी द्वारा कुल 240 वादों का निस्तारण करते हुए इक्कीस हजार सात सौ पच्चीस रूपये का अर्थदंड आरोपित किया गया।न्यायिक मजिस्ट्रेट त्वरित अजय कुमार मिश्रा द्वारा 145 वादों का निस्तारण करते हुए नौ हजार एक सौ चालीस रुपये का अर्थदंड आरोपित किया गया।राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न बैंकों तथा बीएसएनएल के स्टाल लगाकर प्री-लिटिगेशन के 6959 वादों को नियत किया गया जिसमें 786 वादों का निस्तारण करते हुए चार करोड़ 59 लाख 90 हजार सात सौ 78 रुपये का समझौता किया गया। जिसमें 98 लाख चार हजार 142 रुपये तत्काल वसूल किया गया। इस प्रकार लोक अदालत में कुल 2328 वादों का निस्तारण किया गया। लोक अदालत में एलडीएम आशीष सिंह, बीमा कंपनी के अधिवक्ता चंदन व संतोष, पंकज नायक, अंकुर पांडेय, अशरतुल्लाह, प्रदीप, फिरोज, ओम प्रकाश, विकास सिंह तथा रिम्पू कुमार सहित वादकारीगण व अधिवक्ता उपस्थित रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.