बाढ़ से नुकसान को पचा गए लेखपाल, दो निलंबित
आलापुर तहसील क्षेत्र का मामला है। बाढ़ प्रभावित कम्हरिया व आराजी देवारा में तैनात थे। बाढ़ से बर्बाद किसानों को अनुदान सूची से बाहर किया।
अंबेडकरनगर : बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में किसानों की फसलों को हुए नुकसान को लेखपाल मनमानी के चलते नजरअंदाज कर गए। इस लापरवाही और अनियमितता के कारण आलापुर तहसील क्षेत्र के सैकड़ों किसान सरकारी मदद से वंचित रह गए। जांच में मामला उजागर होने पर उप जिलाधिकारी ने बाढ़ क्षेत्र में तैनात दो लेखपालों को निलंबित कर दिया है।
आलापुर तहसील क्षेत्र के दो गांव मांझा कम्हरिया और आराजी देवारा, घाघरा नदी की बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए थे। प्रतिवर्ष दो माह के लिए यहां अस्थायी चौकी बनाकर बाढ़ से नुकसान की निगरानी की जाती है। ग्राम पंचायत आराजी देवारा के लेखपाल राजकपूर व मांझा कम्हरिया के लेखपाल पारसनाथ यादव को इस वर्ष यह दायित्व सौंपा गया था। आराजी देवारा के लेखपाल ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की कार्ययोजना में काफी विसंगतियां पैदा कर दीं। अपात्रों को पात्र बताकर सरकारी योजना का जिन्हें लाभ दिया गया, वह जांच में त्रुटिपूर्ण पाए गए। सबसे ज्यादा प्रभावित दो मजरों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में दर्शाया ही नहीं गया। बाढ़ से फसलों को नुकसान के एवज में किसानों को दी जाने वाली अनुदान सूची बनाने में भी मनमानी की गई। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत की तो मामले की जांच कराई गई। आरोप सही पाए जाने पर तहसीलदार की संस्तुति पर एसडीएम ने दोनों लेखपालों राजकपूर और पारसनाथ यादव को निलंबित कर उन्हें संग्रह विभाग से संबद्ध कर स्पष्टीकरण तलब किया है। नायब तहसीलदार रामनगर जावेद अंसारी को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। नायब तहसीलदार ने बताया कि उप जिलाधिकारी का आदेश मिल गया है। आरोप पत्र तैयार कर कार्रवाई की जाएगी।
डीएम ने मांगा बिदुवार स्पष्टीकरण : बाढ़ प्रभावित गांवों में तैनात कर्मियों की मनमानी पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने पूरे प्रकरण पर तहसीलदार से लिखित रूप में बिदुवार स्पष्टीकरण मांगा है। तहसीलदार ज्ञानेंद्र कुमार यादव ने बताया कि स्पष्टीकरण के लिए पत्र मिला है। जल्द ही जिलाधिकारी को जवाब भेज दिया जाएगा।
उप जिलाधिकारी आलापुर धीरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि बाढ़ प्रभावित किसानों की सूची बनाने में घोर अनियमितता और लापरवाही बरतने पर दो लेखपालों को निलंबित किया गया है। उनके विरुद्ध जांच के आदेश दिए गए हैं।