मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों ने ड्यूटी से किया इन्कार
महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज के कोरोना वार्ड में तैनात जूनियर डॉक्टरों ने मास्क की गुणवत्ता में खराबी के चलते जान को खतरा होने का हवाला देकर कोरोना वार्ड में ड्यूटी करने से इन्कार दिया।
अंबेडकरनगर : महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज के कोरोना वार्ड में तैनात जूनियर डॉक्टरों ने मास्क की गुणवत्ता में खराबी के चलते जान को खतरा होने का हवाला देकर कोरोना वार्ड में ड्यूटी करने से इन्कार दिया है। परेशान डॉक्टरों ने कोविड विभाग के नोडल को पत्र देकर कार्य करने में असमर्थता जताई है। कोविड के प्रभारी ने पत्र को शासन भेज दिया है। कोरोना के खिलाफ चल रही जंग में डॉक्टर ही सबसे मजबूत और अहम कड़ी हैं, लेकिन सरकार इन्हीं के सुरक्षा को लेकर लापरवाह नजर आ रही है।
ताजा मामला राजकीय मेडिकल कॉलेज सद्दरपुर का है। कोविड वार्ड में तैनात एक दर्जन से अधिक जूनियर डॉक्टरों ने कोविड विभाग के विभागाध्यक्ष को एक पत्र सौंपा है। इसमें डॉक्टरों ने यह उल्लेख किया है कि उन्हें एन-95 का जो मास्क दिया जा रहा है उसकी गुणवत्ता ठीक नहीं है। इसमें छिद्र बहुत ज्यादा हैं, कार्य करते समय वह अपने आप निकल जाता है। इससे कोरोना संक्रमण का खतरा बना हुआ है। ऐसे में हम सब इस मास्क के सहारे अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करने में असमर्थ हैं। हमें अच्छी गुणवत्ता का मास्क दिया जाय। मेडिकल कॉलेज में कोविड प्रभारी डॉ. आरके मौर्य का कहना है मास्क की खरीदारी कॉलेज ने नहीं की है। डॉक्टरों ने जो पत्र दिया है उसे शासन को भेजा गया है। जिस मास्क की मांग कर रहे हैं वह मिल नहीं रहा है। मरीजों का इलाज हो रहा है।