भाईचारे की प्रेरणा देता इस्लाम
अंबेडकरनगर : अंजुमन गुंचये अकबरिया के तत्वाधान में कदीम अजादारी का वार्षिक आयोजन इमामबाड़
अंबेडकरनगर : अंजुमन गुंचये अकबरिया के तत्वाधान में कदीम अजादारी का वार्षिक आयोजन इमामबाड़ा राजा साहब मीरानपुर में हुआ। दिन भर या हुसैन की सदा फिजां में गूंजती रही। मातमी अंजुमनों के पुरदर्द स्वर तथा जाकरीन की दहाड़ से हुसैनियों के दिलों में शोक के ज्वार उठते रहे। नतीजतन रह-रह कर आंखें भी अश्कबार होती रहीं। मौलाना काजिम मेहदी उरूज ने कहा कर्बला युद्ध नहीं अन्याय विरुद्ध एक आंदोलन था। अमन व इंसानियत का पैगाम देने का नाम कर्बला है। इस्लाम के अनुयायियों को अराजकता, राष्ट्र व समाज विरोधी कृत्यों से विरत रहना चाहिए। प्रत्येक धर्म की भांति मजहब-ए-इस्लाम भी लोगों को तोड़ने की नहीं, जोड़ने की प्रेरणा देता है। जैहबी रिजवी व जर्रार अकबरपुरी के संचालन में अंजुमन हुसैनिया लोरपुर के मौलाना मोहम्मद शब्बर खान व हमनवा ने पढ़ा- जैनब तड़प के बोलीं जिगर अपना थाम कर, मिस्ले जईफा खम है सकीना की भी कमर.. अंजुमन हैदरिया कदीम अब्दुल्लाहपुर के हसन अलवी आदि ने- दूर के मुसाफिर हैं कर्बला के दामन में.. शीर्षक से नौहा प्रस्तुत किया। अंजुमन गरीब-उल-हुसैन मुंबई, आबिदिया वाराणसी, पंजतनी सुल्तानपुर, आबिदिया फैजाबाद, अंजुमन जुल्फेकारिया व अंजुमन हुसैनिया जलालपुर ने भी नौहो-मातम एवं जाकिर-ए-अहलेबैत मौलाना मोहम्मद अब्बास रिजवी और मौलाना शारिब अब्बास ने तकरीर के माध्यम से अज्र-ए-रिसालत अदा किया।