बहादुर होती हैं बेटियां बस साहस तो दिखाएं
अंबेडकरनगर : मित्र पुलिस सिर्फ नाम की नहीं होगी। इमानदारी से काम करेगी और पीड़ितों को
अंबेडकरनगर : मित्र पुलिस सिर्फ नाम की नहीं होगी। इमानदारी से काम करेगी और पीड़ितों को न्याय दिलाने की दिशा में सतत प्रयास करेगी। विशेषकर महिला उत्पीड़न न हो इसके लिए पुलिस ढाल का काम करेगी। कुछ ऐसे ही जज्बे के साथ सोशल पुलि¨सग को कारगर बनाने में जुटी हैं आइपीएस शालिनी। एक दिसंबर 2018 को जिले के पुलिस अधीक्षक का कार्यभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने अपने इरादे जाहिर कर दिए। समय से कार्यालय में बैठकर लोगों की फरियाद सुनने व उनके समुचित निराकरण का प्रबंध करने के साथ वह सोशल पुलि¨सग की मुहिम में जुट जाती हैं। छात्राओं के साथ होने वाले छेड़छाड़ व अन्य घटनाओं पर प्रभावी रोक लगाने के लिए उन्होंने प्रमुख स्कूल व कॉलेजों में बाकयदा रजिस्टर रखवाया है। इसमें छात्राएं अपने साथ होने वाली घटनाओं का जिक्र कर सकती हैं। इसकी जिम्मेदारी उनके बीच की एक जिम्मेदार छात्रा को दी गई है। संबंधित थाने का बीट सिपाही हर सप्ताह या पखवारे में उसका अवलोकन कर रिपोर्ट तैयार करता है जिसके अनुरूप कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाती है। इतना ही नहीं आए दिन किसी न किसी स्कूल में कार्यक्रम का आयोजन कर एसपी शालिनी स्वयं ही छात्राओं से रूबरू होती हैं। यहां वह सीधा संवाद स्थापित कर छात्राओं को कानून की बारिकियां समझाती हैं। साथ ही यह बतलाती हैं कि बेटियां बहादुर होती हैं। बस उन्हें साहस दिखाने की जरूरत है। किसी भी घटना का त्वरित प्रतिरोध करने पर अप्रिय घटना से बचा जा सकता है। इसमें तनिक भी संकोच नहीं करना चाहिए। लगभग दो माह के कार्यकाल में 528 लंबित विवेचनाओं का निस्तारण व कई मामलों का राजफाश कराकर मातहतों के ढुलमुल कार्यप्रणाली में सुधार की नई राह दिखाई है।