मजहब के मामले में कोई दखल बर्दाश्त नहीं : ओवैसी
उत्तर प्रदेश में अपनी पार्टी की जड़े मजबूत कर 2017 के विधानसभा चुनाव में कुछ करिश्मा करने की जुगत में लगे ने सांसद असदउद्दीन ओवैसी इस समय उत्तर प्रदेश को मथने में लगे हैं।
अम्बेडकरनगर (जेएनएन)। आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) के अध्यक्ष तथा सांसद असदउद्दीन ओवैसी अब खुलकर सिविल कामन कोड के विरोध में हैं। अम्बेडकरनगर में आज एक सभा में उन्होंने साफ कहा कि मजहब के मामले में सरकार का दखल उनको बर्दाश्त नहीं है।
उत्तर प्रदेश में अपनी पार्टी की जड़े मजबूत कर 2017 के विधानसभा चुनाव में कुछ करिश्मा करने की जुगत में लगे ने सांसद असदउद्दीन ओवैसी इस समय उत्तर प्रदेश को मथने में लगे हैं।
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उनका प्रयास हर विधानसभा क्षेत्र में अपनी पार्टी आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) की मजबूत उपस्तिथि दर्ज कराने का है।
आज अम्बेडकरनगर में ओवैसी ने कहा कि कामन सिविल कोड हमको मंजूर नहीं है। उन्होंने कहा कि मजहब के मामले में कोई दखल बर्दास्त नहीं है।
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उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश सरकार का मकसद मुसलमान को सिर्फ एक वोट बैंक बनाकर रखने का है। यह सरकार मुस्लिम विरोधी है।
ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश तथा देश के बुनकरों के हितों के बारे में सभी दलों से राय मांगी थी लेकिन प्रदेश में सत्ताधारी दल समाजवादी पार्टी तथा बहुजन समाज पार्टी की ओर से कोई दिलचस्पी नहीं ली।
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ओवैसी आज बुनकर बाहुल्य टांडा कस्बे में पार्टी के एक पदाधिकारी के आवास पर सभा को संबोधित कर रहे थे। उनको इस सभा की अनुमति न मिलने पर उन्होंने जिला प्रशासन को आड़े हाथों लिया।