बदली और बारिश के बाद तेज धूप से बढ़ी उमस
-तापमान में उतार-चढ़ाव से जनजीवन हुआ बेहाल -जलभराव और कीचड़ की समस्या से हुई परेशानी
अंबेडकरनगर : शुक्रवार की सुबह चटख धूप के साथ हुई। दिन चढ़ने के साथ धूप-छांव का सिलसिला शुरू हुआ। दोपहर बाद मौसम ने एकाएक करवट बदली और आसमान पर काले बादलों ने डेरा डाल दिया। दोपहर दो बजे तक तेज और धीमी कई चक्र में बारिश हुई। इससे मौसम कुछ वक्त के लिए सुहाना हुआ, लेकिन यह ज्यादा देर नहीं रहा। फिर चटख धूप खिली तो उमस ने पांव पसार लिया। वहीं तापमान में उतार-चढ़ाव के बीच जनजीवन बेहाल हो गया है। बारिश के बाद जगह-जगह जलभराव व कीचड़ की समस्या दिखी। आवागमन में राहगीर परेशान हुए। खास तौर पर पैदल यात्रियों को दूषित जलभराव के बीच से होकर गुजरना पड़ा। वहीं जिले का तापमान अधिकतम 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग ने आगामी सप्ताह धूप-छांव के बीच रोजाना बारिश होने का अनुमान लगाया है।
----------------
-घाघरा नदी का तेजी से घट रहा जलस्तर-
टांडा संवादसूत्र : घाघरा नदी का जलस्तर तेजी से पीछे खिसक रहा है। लगातार पांचवें दिन नदी के जलस्तर में गिरावट दर्ज हुई। इससे आलापुर और टांडा तहसील क्षेत्र के तटीय इलाकों में बाढ़ का खतरा टलता और कटान की आशंका बढ़ती नजर आने लगी है। प्रभावित गांवों में अभी बाढ़ का पानी बरकरार है। इससे पशुओं के लिए चारे का संकट बड़ी मुसीबत बना है। गांवों के भीतर से बाढ़ का पानी वापस लौटने लगा है, लेकिन रास्तों पर अभी काफी पानी भरा है। बाढ़ विभाग के अनुसार नदी का जलस्तर गत गुरुवार के सापेक्ष शुक्रवार को 23 सेंटीमीटर घटा है। दोपहर दो बजे रिकार्ड हुए जलस्तर में नदी खतरे के निशान 92.730 मीटर से 19 सेंटीमीटर ऊपर 93.920 मीटर पर है। टांडा एसडीएम अभिषेक पाठक और आलापुर एसडीएम धीरेंद्र श्रीवास्तव ने प्रभावित क्षेत्र में पहुंचे व बाढ़ की स्थिति की जायजा लिया। अधिकारी द्वय ने बाढ़ में गिरावट पर राहत जताते हुए ग्रामीणों की मदद के इंतजाम पुख्ता होने का दावा किया।